वाराणसी: जिले के सिगरा थाना के जयप्रकाश नगर कॉलोनी में बीजेपी कार्यकर्ता को शराब पीने से मना करने पर लाठी डंडे से पीटकर हत्या करने के मामले में गुरुवार को दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वारदात में शामिल अन्य अभियुक्त को पकड़ने के लिए पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है. इस मामले को लेकर पहले ही पांच अभियुक्त पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं. दो दरोगा सहित नौ पुलिस कर्मियों को पुलिस कमिश्नर ने सस्पेंड कर दिया था.
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि दो और हत्यारोपी मनीष और गणेश को पुलिस ने लिया हिरासत में लिया गया है. जो वारदात में नामजद आरोपी हैं. अन्य आरोपियों को ढूंढने के लिए एसओजी और अन्य टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं. वहीं, डीसीआरबी से सभी आरोपियों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. पूर्व के मामलों में जमानत निरस्तीकरण की कार्रवाई की जायेगी. पकड़े गए हत्यारोपी अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की तैयारी की जा रही है.
एडिशनल सीपी ने कमिशनरेट के सभी चौकी प्रभारियों को इलाके के गुंडों पर कठोर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया है. सीपी ने कहा कि जिन चौकी क्षेत्र में गुंडा गर्दी की शिकायत मिलेगी. अब वहां सीधे कार्रवाई की जाएगी. शराब के ठेकों के आसपास शाम के वक्त पिकेट लगाने के लिए थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है. इसके पहले पुलिस टीम ने मामले में मन्टू सरोज पुत्र अनूप सरोज निवासी चन्दुआ छितुपुर, अभिषेक सरोज पुत्र गणेश सरोज, अनूप सरोज पुत्र स्वर्गीय मिठाई सरोज, सूरज यादव पुत्र हरेन्द्र यादव और दिनेश पाल पुत्र फेंकू पाल को पहले ही गिरफ्तार किया था.
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पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि रूद्रेश कुमार सिंह की जयप्रकाश नगर के भवन में उनके घर से थोडी दूरी पर सरकारी देशी ठेका और बियर की दुकान है. इसका किराया उसका छोटा भाई राजकुमार लेता है. बुधवार की शाम को मन्टू, राहुल और अनूप अपने साथियों के साथ ठेके पर शराब पीकर गाली-गलौज और उपद्रव कर रहे थे. उसी समय राजकुमार सिंह ने आकर हमारे मित्र मन्टू सरोज और उसके साथियों को गन्दी गन्दी गालिया दीं और धमकाने लगा.
इसके बाद मन्टू, राहुल और उनके साथी वहां से चले आये और हमें आकर पूरी बात बतायी. हम सभी अपने साथियों संग मिलकर लाठी, डंडों, रॉड, ईंट, पत्थर अपने हाथों में लेकर मौके पर पहुंचे और राजकुमार से गाली देने का कारण पूछा. इसी बात पर राजकुमार सिंह और हमारे बीच कहा-सुनी हुई. हमने लाठी, डंडे, राड, ईंट पत्थर से जानलेवा हमला कर उसे मरणासन्न कर दिया. शोर सुनकर आए पिता को लहुलूहान करके हम भाग गए थे. हमने सुना कि ट्रॉमा सेन्टर बीएचयू में पशुपतिनाथ सिंह की मौत हो गयी, तो हम लोग अपने-अपने घरों से भाग गए. हम सभी लोग अमूल डेरी के पास कचहरी जाने के लिये अपने वकील का इंतजार कर रहे थे कि, पुलिस ने हम पांच लोगों को पकड़ लिया. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
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