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वाराणसी: एक बार फिर आधी रात सड़क पर उतरीं बीएचयू आईआईटी की छात्राएं

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईआईटी बीएचयू की छात्राएं बुधवार देर रात एक बार फिर अपनी समस्याओं को लेकर छात्रावास से बाहर निकली और हाथों में थाली लेकर पीटते हुए डायरेक्टर के घर बाहर के बाहर बैठ गई. 2 दिन पहले भी छात्राओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था.

बीएचयू की छात्राओं ने दिया धरना
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Published : Aug 29, 2019, 2:45 PM IST

वाराणसी : आईआईटी बीएचयू में उस समय हड़कंप मच गया जब सैकड़ों की संख्या में छात्राएं अपने न्यू गर्ल्स हॉस्टल से निकलकर हाथों में थाली पीटते हुए न्याय की मांग को लेकर डायरेक्टर आवास पर जा बैठी. छात्राओं का आरोप है कि, मेस में खाने की गुणवत्ता बेहद खराब है. कैम्पस में वाई फाई की कोई सुविधा नहीं हैं, साथ ही कूलर पंखे भी ठीक से काम नहीं करते. दो दिन पहले भी ये छात्राएं अपनी समस्या को लेकर सड़क पर उतरी थीं.

आईआईटी बीएचयू की छात्राओं ने दिया धरना.

छात्राओं का है कहना -

प्रदर्शन करने वाली छात्रा का कहना है छात्रावास का खाना खाकर रोजाना छात्राएं बीमार पड़ रही हैं. 700 से ज्यादा छात्राएं हॉस्टल में हैं. जुलाई माह में हमें हॉस्टल आवंटित किया गया था. लेकिन मेस में जो खाना दिया जाता है, उसकी क्वॉलिटी नहीं होती है. ठंडा खाना परोसा जाता है. साथ ही वाई फाई सिस्टम काफी दिनों से खराब है. यहां तक कि वाटर प्यूरीफायर की भी कोई व्यवस्था नहीं है.

इसे भी पढ़ें - BHU की डिग्री को झारखंड सरकार ने बताया फर्जी, 50 से ज्यादा कर्मियों को भेजा नोटिस

क्या है प्रफेसर का कहना -

प्रो एल पी सिंह का कहना है कि छात्राएं दो दिन पहले भी इस शिकायत को लेकर धरने पर बैठी थी. इनकी बात मानते हुए मेस के खाने की गुणवत्ता को लेकर नोटिस दिया गया है. उन्होंने इस समस्या का शीघ्र ही निस्तारण करने का आश्वासन दिया तथा एक कमेटी का भी गठन कर दिया है जो इस पूरे मामले की पड़ताल कर 1 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी.

वाराणसी : आईआईटी बीएचयू में उस समय हड़कंप मच गया जब सैकड़ों की संख्या में छात्राएं अपने न्यू गर्ल्स हॉस्टल से निकलकर हाथों में थाली पीटते हुए न्याय की मांग को लेकर डायरेक्टर आवास पर जा बैठी. छात्राओं का आरोप है कि, मेस में खाने की गुणवत्ता बेहद खराब है. कैम्पस में वाई फाई की कोई सुविधा नहीं हैं, साथ ही कूलर पंखे भी ठीक से काम नहीं करते. दो दिन पहले भी ये छात्राएं अपनी समस्या को लेकर सड़क पर उतरी थीं.

आईआईटी बीएचयू की छात्राओं ने दिया धरना.

छात्राओं का है कहना -

प्रदर्शन करने वाली छात्रा का कहना है छात्रावास का खाना खाकर रोजाना छात्राएं बीमार पड़ रही हैं. 700 से ज्यादा छात्राएं हॉस्टल में हैं. जुलाई माह में हमें हॉस्टल आवंटित किया गया था. लेकिन मेस में जो खाना दिया जाता है, उसकी क्वॉलिटी नहीं होती है. ठंडा खाना परोसा जाता है. साथ ही वाई फाई सिस्टम काफी दिनों से खराब है. यहां तक कि वाटर प्यूरीफायर की भी कोई व्यवस्था नहीं है.

इसे भी पढ़ें - BHU की डिग्री को झारखंड सरकार ने बताया फर्जी, 50 से ज्यादा कर्मियों को भेजा नोटिस

क्या है प्रफेसर का कहना -

प्रो एल पी सिंह का कहना है कि छात्राएं दो दिन पहले भी इस शिकायत को लेकर धरने पर बैठी थी. इनकी बात मानते हुए मेस के खाने की गुणवत्ता को लेकर नोटिस दिया गया है. उन्होंने इस समस्या का शीघ्र ही निस्तारण करने का आश्वासन दिया तथा एक कमेटी का भी गठन कर दिया है जो इस पूरे मामले की पड़ताल कर 1 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी.

Intro:वाराणसी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईआईटी बीएचयू की छात्राएं आज एक बार फिर देर रात अपनी समस्याओं को लेकर छात्रावास से बाहर निकली और हाथों में थाली लेकर पीटते हुए डायरेक्टर के घर बाहर के बाहर बैठ गई। जैसे ही सैकड़ों की संख्या मव छात्राएं गर्ल्स हॉस्टल से डायरेक्टर आवास की तरफ बढ़ी काफी संख्या में सुरक्षाकर्मी डायरेक्टर आवास पहुँच गए।


Body:हम बताते चले आईआईटी बीएचयू की छात्राओं का आरोप है कि न्यू गर्ल्स हॉस्टल में अन्य हॉस्टलों की अपेक्षा घटिया खाना परोसा जाता है छात्राओं का कहना है कि 700 से अधिक छात्राएं यहां पर रहती हैं। लेकिन सभी छात्राओं का एक मेस के भरोसे छोड़ दिया गया है छात्राओं का आरोप है कि पहले महाराज खाना दिया जाता था लेकिन अब उसे बंद करके प्राइवेट कंपनी को मेस का चार्ज दिया गया है।

आईआईटी बीएचयू में उस समय हड़कंप मच गई जब सैकड़ों की संख्या में छात्राएं अपने न्यू गल्स हॉस्टल से निकलकर हाथों में थाली पीटते हुए न्याय की मांग को लेकर डायरेक्टर आवास पर जा बैठी। हम आपको बता दे इससे पहले भी छात्राएं 2 दिन पहले जमकर विरोध प्रदर्शन किया था।



प्रदर्शन करने वाली छात्रा का कहना है छात्रावास का खाना खाकर आए दिन छात्राएं बीमार पड़ जाती हैं और इसकी शिकायत की जाती है तो सिर्फ आश्वासन मिलता है और जब इसका विरोध किया जाता है तो उनके घर वालों को फोन करके उन्हें धमकाया जाता है छात्राओं की मांगे क्योंकि हॉस्टल में तत्कालीन मेष को हटाकर महाराज खाना जो पहले दिया जाता था उसे दिया जाए इसके साथ न्यू गर्ल्स हॉस्टल में मैच की संख्या बढ़ाई जाए।


Conclusion:आईआईटी बीएचयू के प्रोफेसर एल पी सिंह का कहना है छात्राओं ने दो दिन पहले भी इस शिकायत को लेकर धरने पर बैठी थी इनकी बात मानते हुए मैच के खाने की गुणवत्ता को लेकर नोटिस दिया गया है वह कोरियर बोर्ड का कहना है कि अभी 2 दिन पहले ही इनकी शिकायत मिली थी जिस पर कार्यवाही की जा रही है हमने तुरंत कमेटी गठित कर यह देखा जा रहा है कि कहां पर छुट्टी हुई है फिलहाल अभी जो नया हॉस्,टल है और इसमें धीरे-धीरे जो कुछ भी सुधार करने का सुझाव आ रहा है उसको किया जा रहा है।

बाईट:-- आईआईटीबीएचयू छात्रा( नाम बताने से मना कर दिया)

बाइट :-- प्रो एल पी सिंह,चेयरमैन काउंसिल आफ वार्डन

अशुतोष उपध्याय

9005099684

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