वाराणसी: उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ( Uttarakhand Tourism Minister Satpal Maharaj) काशी में तीन सौ साल पुरानी रामलीला में शिरकत की. रामनगर की रामलीला में उन्होंने अयोध्या लौटे प्रभु श्रीराम का भव्य स्वागत किया. इस मौके पर उन्होंने काशी की तीन सौ साल पुरानी इस धरोहर को यूनेस्को की विश्व धरोहर में दर्ज कराने का वादा भी किया.
वाराणसी के रामनगर में होने वाली रामलीला की शुरूआत 19वीं सदी में हुई थी. ये रामलीला विश्व प्रसिद्ध मानी जाती है. यही कारण है कि पहले से ही इस रामलीला को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है. इस राम लीला को आज भी पुरानी संकृति और परंपराओं के साथ ही सम्पन्न किया जाता है. इसमें पूरा बनारसी ठाठ-बाट नजर आता है. बड़ी बात ये है कि इस रामलीला में कोई भी आधुनिक बिजली उपकरण का उपयोग न करते हुए आज भी लालटेन और पेट्रोमैक्स के सहारे पूरी लीला की जाती है. इसमें लाखों लोग शामिल होते हैं.
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