वाराणसीः जिले में अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने 24 घण्टे का उपवास रख. अपनी मांगों को लेकर शिक्षक संयुक्त शिक्षा निदेशक के कार्यालय पर उपवास के लिए बैठे. जहां शिक्षकों ने वित्तविहीन शिक्षकों की भी आवाज बुलंद की. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उपवास के कार्यक्रम की शुरुआत की.
शिक्षकों की 11 सूत्रीय मांगे-
1-वित्तविहीन मान्यता की धारा 7क(क) का 7(4) में परिवर्तन, सेवादशा तथा मानदेय/वेतन का निर्धारण करना. 09 मार्च 2019 के समझौते को लागू करना.
2- पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना तथा एन. पी.एस. की कटौती का अंश जमा करना.
3-सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को चिकित्सीय सुविधा मुहैया करना.
4- अधतन कार्यरत तदर्थ शिक्षकों का विनियमतिकरण करना.
5- सी.टी-एल.टी.विसंगति को समाप्त करना.
6-विषय विशेषज्ञों को उनकी पूर्व की सेवा का लाभ दिलाना.
7- व्यवसायिक एवं कंप्यूटर अनुदेशकों का शिक्षक पद पर समायोजन करना.
8- माध्यमिक शिक्षा परिषद के मूल्यांकन निरीक्षण आदि के पारिश्रमिक को सी.बी.एस. ई.के बराबर वृद्धि करना.
9- एल .टी.प्रोन्नति में स्नातकोत्तर उपाधि जी बाध्यता को समाप्त करना.
10- परिवार कल्याण योजनांतर्गत प्राप्त हो रहे विशेष प्रोत्साहन भत्ते के बंद करने का आदेश वापस करना.
11- अप्रैल-2005 के पूर्व चयनित शिक्षकों को केंद्रीय आदेश(पुरानी पेंशन योजना का लाभ)लागू करना.
वहीं इस संबंध में बात करते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष संत सेवक सिंह ने कहा कि हम लोग 24 घण्टे के उपवास पर हैं और हम लोग वित्तविहीन शिक्षक चाहे वो माध्यमिक, मदरसा या प्राथमिक विद्यालय या अन्य के हो. उनके लिए हम इस कोरोना काल में सरकार से आर्थिक पैकेज की मांग करते है. साथ-साथ अपनी 11 सूत्रीय मांगों को सरकार से पूरा करने के लिए मांग करते है. अगर ये मांगे नहीं पूरी हुई तो हम लोग आने वाले अगले माह में 2 नवम्बर से 5 नवम्बर तक तीन दिवसीय उपवास रखेंगे. साथ ही 6 नवम्बर को राज्यपाल को नामित ज्ञापन सभी जिलों में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों द्वारा देने का कार्य किया जाएगा.