वाराणसी: यूपी बोर्ड प्रशासन इन दिनों बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटा हुआ है. बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र निर्धारण की ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. जिसके तहत सभी विद्यालयों को सही डाटा 5 दिसबंर तक वेबसाइट पर अपलोड करने का आदेश दिया गया है.
विद्यालयों को आधारभूत सुविधाओं की देनी होगी जानकारी
डीआईओएस डॉक्टर वी पी सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र बनाने के लिए बोर्ड ने विद्यालयों से आधारभूत सुविधाओं की जानकारी मांगी है. सभी विद्यालय के प्रधानाचार्यों को उनके विद्यालय में मौजूद आधारभूत सुविधाएं की जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर 5 दिसंबर तक अपलोड करने का निर्देश दे दिया गया है. साथ ही इसकी हार्ड कॉपी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में भी अनिवार्य रूप से जमा करने को कहा गया है. डाटा में कोई समस्या होने पर इसकी पूरी जिम्मेदारी संस्था के प्रधानाचार्य की होगी. उन्होंने बताया कि सूचनाओं के आधार पर ऑनलाइन केंद्रों का निर्धारण बोर्ड के द्वारा किया जाएगा.
समिति आधारभूत सुविधाओं का करेगी भौतिक सत्यापन
उन्होंने बताया कि अपलोड की गई आधारभूत सुविधाओं की जानकारी के भौतिक सत्यापन के लिए टीम का भी गठन किया गया है. जो इन सूचनाओं की सत्यता की जांच करेगी. इनमें यदि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी पाई गई तो विद्यालयों को परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा के साथ कोविड-19 के मानकों का खास ख्याल रखा जाएगा.
यूपी बोर्ड एग्जाम की तैयारियां तेज, 5 दिसम्बर तक डेटा अपलोड करना है जरूरी
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने उत्तर प्रदेश ने बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों के चयन का काम शुरू कर दिया है. जो विद्यालय अपने यहां बोर्ड परीक्षा का सेंटर रखना चाहाते हैं उन्हें 5 दिसंबर तक माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेब साइट पर अपने यहां मौजूद आधारभूत सुविधाओं की जानकारी अपलोड करनी होगी. इसके बाद उन जानकारियों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा.
वाराणसी: यूपी बोर्ड प्रशासन इन दिनों बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटा हुआ है. बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र निर्धारण की ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. जिसके तहत सभी विद्यालयों को सही डाटा 5 दिसबंर तक वेबसाइट पर अपलोड करने का आदेश दिया गया है.
विद्यालयों को आधारभूत सुविधाओं की देनी होगी जानकारी
डीआईओएस डॉक्टर वी पी सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्र बनाने के लिए बोर्ड ने विद्यालयों से आधारभूत सुविधाओं की जानकारी मांगी है. सभी विद्यालय के प्रधानाचार्यों को उनके विद्यालय में मौजूद आधारभूत सुविधाएं की जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर 5 दिसंबर तक अपलोड करने का निर्देश दे दिया गया है. साथ ही इसकी हार्ड कॉपी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में भी अनिवार्य रूप से जमा करने को कहा गया है. डाटा में कोई समस्या होने पर इसकी पूरी जिम्मेदारी संस्था के प्रधानाचार्य की होगी. उन्होंने बताया कि सूचनाओं के आधार पर ऑनलाइन केंद्रों का निर्धारण बोर्ड के द्वारा किया जाएगा.
समिति आधारभूत सुविधाओं का करेगी भौतिक सत्यापन
उन्होंने बताया कि अपलोड की गई आधारभूत सुविधाओं की जानकारी के भौतिक सत्यापन के लिए टीम का भी गठन किया गया है. जो इन सूचनाओं की सत्यता की जांच करेगी. इनमें यदि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी पाई गई तो विद्यालयों को परीक्षा केंद्र की सूची से बाहर कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा के साथ कोविड-19 के मानकों का खास ख्याल रखा जाएगा.