लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी और इसके बाद तीन, चार और पांच मार्च को वाराणसी से पूरे पूर्वांचल के समीकरण साधेंगे. पिछले तीन चुनाव में भी अंतिम चरण में पीएम मोदी वाराणसी से ही पूर्वांचल का गणित अपने अनुकूल करते रहे हैं. इस बार भी यही पुरनावृत्ति होगी.
27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में एक रोड शो भी कर सकते हैं. इसके जरिये वे पूर्वांचल में भाजपा की लहर पैदा करने की कोशिश करेंगे. आखिरी दो चरण में पूर्वांचल की करीब 120 सीटें होंगी. इसमें मुख्य रूप से भाजपा के काशी क्षेत्र गोरखपुर क्षेत्र की सीटें शामिल होंगी. भारतीय जनता पार्टी ने इन 120 में से करीब 100 सीटें पिछले चुनाव में जीती थी. इसमें सबसे बड़ी भूमिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी प्रवास की बताई गई थी.
विपक्ष लगातार पिछली बार भी इस बात पर प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों ले रहा था कि पूर्वांचल में हार के डर से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही वाराणसी में आ जमे हैं. मगर जब नतीजा आया तो प्रधानमंत्री के पूर्वांचल में रहने का असर साफ दिखाई दिया था. भारतीय जनता पार्टी उसी तर्ज पर एक बार फिर चुनाव लड़ने जा रही है. भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों ने बताया कि 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां बूथ अध्यक्ष सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
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इसमें करीब 20,000 भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. इसके अलावा यहां पर एक बड़ा रोड शो भी आयोजित किया जाएगा. आखिरी चरण के चुनाव को साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में तीन, चार और 5 मार्च को मौजूद रहेंगे. वे यहां अलग-अलग आयोजनों का हिस्सा बनेंगे. इससे न केवल आखरी चरण पर असर पड़ेगा, बल्कि छठे चरण के 3 मार्च को हो रहे मतदान पर भी भाजपा को सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.
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