वाराणसी: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा काशी के नमो घाट पर सीएनजी वोट रैली का आयोजन किया गया है. रविवार, 22 जनवरी को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी, राज्य मंत्री रामेश्वर तेली और उप्र के उर्जा मंत्री ए के शर्मा संयुक्त रुप से बोट रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए पत्र सूचना कार्यालय, नई दिल्ली के अपर महानिदेशक तथा पेट्रोलियम मंत्रालय के प्रवक्ता श्री राजीव जैन ने कहा कि भारत के जी-20 की अध्यक्षता के दौरान बेंगलुरु में 6-8 फरवरी 2023 तक “ग्रोथ, कोलैबोरेशन, ट्रांजिशन” विषय पर "एनर्जी वीक 2023” मनाया जा रहा है. इसका नाम “काशी के रंग ऊर्जा के संग” है.
इसका उद्देश्य लोगों को जीरो इमिशन ऊर्जा और सीएनजी के प्रति जागरूक करना है. उन्होंने कहा कि “इंडिया एनर्जी वीक 2023” में 30 से ज्यादा ऊर्जा मंत्रियों, 50 सीईओ और 10,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है. यह भारत को वैश्विक आर्थिक विकास का इंजन बनने और वैश्विक उपभोग के लिए एक चालक दोनों के रूप में काम करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा, जो एक प्रेरक और निवेश-अनुकूल वातावरण और एक कुशल कार्यबल द्वारा समर्थित है.
उन्होंने बताया कि आईईडब्ल्यू 2023 क्षेत्रीय, अंतर्राष्ट्रीय नेताओं और सीईओ को रणनीतिक नीति बनाने और तकनीकी ज्ञान साझा करने के लिए एक साथ आने का एक अभूतपूर्व मंच प्रदान करेगा. गेल के जीएम ज्योति कुमार ने बताया कि बनारस में विश्व का पहला सीएनजी स्टेशन नदी के किनारे बनारस के नमों घाट पर बनाया गया है. इसी को देखते हुए सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया जा रहा है. इस रैली के निर्णायक मंडली में कोट्टयम, केरल से 6 लोगों को आमंत्रित किया गया है जो इस पूरे रैली पर निगरानी रखेंगे. उन्होंने बताया कि इस रैली में कुल 13 नाव शामिल होंगी. जिसमें तेल और गैस की बड़ी कंपनियों के नाव भी भाग लेंगे. कार्यक्रम मे शामिल नौकायें तथा विशिष्ट अतिथिगण गंगा आरती के समय दशाश्वमेध घाट और उसके उपरांत चेत सिंह घाट पर लौटेंगे जहाँ लेजर शो का आयोजन किया गया है. रैली का समापन नमो घाट पर होगा जहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.