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Varanasi news: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी बोले, गंगा किनारे दूसरा सीएनजी टर्मिनल रविदास घाट पर बनेगा

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Published : Jan 22, 2023, 10:31 PM IST

वाराणसी में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सीएनजी बोट रैली में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने क्या कुछ कहा चलिए जानते हैं.

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वाराणसी में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

वाराणसीः पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से काशी के नमो घाट पर सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया गया. इस दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वाराणसी में गंगा किनारे दूसरा सीएनजी टर्मिनल रविदास घाट पर बनेगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से जमीन सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी होते ही पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

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बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम

उन्होंने कहा कि इंडिया एनर्जी वीक 2023 का आयोजन भारत के जी-20 की अध्यक्षता के दौरान बेंगलुरु में 6-8 फरवरी 2023 तक किया जा रहा है. इसी के तहत लोगों को ऊर्जा और सीएनजी के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से वाराणसी में सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया गया है.

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में वाराणसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत अपने स्वर्ण युग का पुनरुत्थान देखा है. काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर और वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक घाटों के जीर्णोद्धार और विकास जैसे अभूतपूर्व प्रयासों ने हमारी विरासत और संस्कृति के संबंध और सम्मान के साथ आधुनिक जीवन और पर्यटन के विकास को जोड़ा है.

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संबोधित करते हुए में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की चाह थी की वाराणसी की नावें डीजल की जगह सीएनजी से चलें. आज बताते हुई खुशी हो रही है की वाराणसी में 580 नावें सीएनजी में तब्दील हो गई है. डीजल की तुलना में सीएनजी अधिक किफायती और बेहतर ईंधन है. इससे नाविकों की बचत होगी. सीएनजी डीजल की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा माइलेज देती है. वह बोले कि वह समय जल्द आएगा जब यहां की नावें ग्रीन हाइड्रोजन से चलती दिखेंगीं.

वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विश्वगुरु बनने की दहलीज पर खड़ा है. प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत विजन की बदौलत आजादी के 100वें वर्ष में इसके 26 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है. भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए और 2070 तक शुद्ध कार्बन शून्य प्राप्त करने के लिए चार-आयामी रणनीति के माध्यम से कार्य कर रहा है. इसमें ऊर्जा आपूर्ति का विविधीकरण, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ाने के लिए जैव ईंधन, इथेनॉल, सीबीजी और सूर्य नूतन सोलर कुकटॉप पर कार्य करना, भारत के एक्सप्लोरेशन और उत्पादन फुडप्रिंट को बढ़ाना और हरित हाइड्रोजन पर काम करना आदि शामिल है.

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सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया गया

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सीएनजी से चलने वाली नावें न केवल वाराणसी आने वाले निवासियों, नाविकों और पर्यटकों के लिए स्वस्थ हवा देती हैं बल्कि यह हमारी पवित्र गंगा नदी और इसके पारिस्थितिकी तंत्र और समुद्री जीवन को डीजल के रिसाव के जोखिम से भी बचाती हैं. सीएनजी इंजन प्रति किलोमीटर चलने पर डीजल संचालित इंजनों की तुलना में 18-20% कम CO2 का उत्सर्जन करता है. इसके परिणामस्वरूप वातावरण में प्रति वर्ष 216 टन CO2 उत्सर्जन कम हुआ है.

वहीं, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएनजी (घरेलू) कनेक्शन 2014 में 22.28 लाख से बढ़कर 2022 में 1 करोड़ से अधिक हो गए हैं. सीजीडी कवर जिलों की संख्या 2014 में 66 से नौ गुना से अधिक बढ़कर 2022 में 630 हो गई है. भारत में सीएनजी स्टेशनों की संख्या 2014 में 783 से बढ़कर 2022 में 4900 हो गई है. इसी तरह देश के अंदर 2014 में 14 हजार किमी पाइपलाइन का विस्तार था, अभी 23 हजार किमी तक पाइपलाइन का विस्तार हो गया है. और ने वाले समय में इसे 34 हजार किमी तक ले जाने का प्लान है.

यह भी पढ़ें- पत्नी से मांगी चाय तो मिला चाकू का वार, पढ़ें फर्रुखाबाद की रोंगटे खड़ी कर देने वाली वारदात

वाराणसी में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

वाराणसीः पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से काशी के नमो घाट पर सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया गया. इस दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वाराणसी में गंगा किनारे दूसरा सीएनजी टर्मिनल रविदास घाट पर बनेगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से जमीन सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी होते ही पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

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बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम

उन्होंने कहा कि इंडिया एनर्जी वीक 2023 का आयोजन भारत के जी-20 की अध्यक्षता के दौरान बेंगलुरु में 6-8 फरवरी 2023 तक किया जा रहा है. इसी के तहत लोगों को ऊर्जा और सीएनजी के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से वाराणसी में सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया गया है.

उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में वाराणसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत अपने स्वर्ण युग का पुनरुत्थान देखा है. काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर और वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक घाटों के जीर्णोद्धार और विकास जैसे अभूतपूर्व प्रयासों ने हमारी विरासत और संस्कृति के संबंध और सम्मान के साथ आधुनिक जीवन और पर्यटन के विकास को जोड़ा है.

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संबोधित करते हुए में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की चाह थी की वाराणसी की नावें डीजल की जगह सीएनजी से चलें. आज बताते हुई खुशी हो रही है की वाराणसी में 580 नावें सीएनजी में तब्दील हो गई है. डीजल की तुलना में सीएनजी अधिक किफायती और बेहतर ईंधन है. इससे नाविकों की बचत होगी. सीएनजी डीजल की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा माइलेज देती है. वह बोले कि वह समय जल्द आएगा जब यहां की नावें ग्रीन हाइड्रोजन से चलती दिखेंगीं.

वहीं केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विश्वगुरु बनने की दहलीज पर खड़ा है. प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत विजन की बदौलत आजादी के 100वें वर्ष में इसके 26 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है. भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए और 2070 तक शुद्ध कार्बन शून्य प्राप्त करने के लिए चार-आयामी रणनीति के माध्यम से कार्य कर रहा है. इसमें ऊर्जा आपूर्ति का विविधीकरण, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ाने के लिए जैव ईंधन, इथेनॉल, सीबीजी और सूर्य नूतन सोलर कुकटॉप पर कार्य करना, भारत के एक्सप्लोरेशन और उत्पादन फुडप्रिंट को बढ़ाना और हरित हाइड्रोजन पर काम करना आदि शामिल है.

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सीएनजी बोट रैली का आयोजन किया गया

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सीएनजी से चलने वाली नावें न केवल वाराणसी आने वाले निवासियों, नाविकों और पर्यटकों के लिए स्वस्थ हवा देती हैं बल्कि यह हमारी पवित्र गंगा नदी और इसके पारिस्थितिकी तंत्र और समुद्री जीवन को डीजल के रिसाव के जोखिम से भी बचाती हैं. सीएनजी इंजन प्रति किलोमीटर चलने पर डीजल संचालित इंजनों की तुलना में 18-20% कम CO2 का उत्सर्जन करता है. इसके परिणामस्वरूप वातावरण में प्रति वर्ष 216 टन CO2 उत्सर्जन कम हुआ है.

वहीं, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएनजी (घरेलू) कनेक्शन 2014 में 22.28 लाख से बढ़कर 2022 में 1 करोड़ से अधिक हो गए हैं. सीजीडी कवर जिलों की संख्या 2014 में 66 से नौ गुना से अधिक बढ़कर 2022 में 630 हो गई है. भारत में सीएनजी स्टेशनों की संख्या 2014 में 783 से बढ़कर 2022 में 4900 हो गई है. इसी तरह देश के अंदर 2014 में 14 हजार किमी पाइपलाइन का विस्तार था, अभी 23 हजार किमी तक पाइपलाइन का विस्तार हो गया है. और ने वाले समय में इसे 34 हजार किमी तक ले जाने का प्लान है.

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