वाराणसी: धर्मनगरी में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है. हड़कंप इसलिए क्योंकि एक के बाद बोरे में लाश मिलने का सिलसिला जारी है. 48 घंटे के अंदर चौबेपुर क्षेत्र में एक वृद्ध की लाश बोरे में बरामद हुई है. जबकि 2 दिन पहले ही चितईपुर करौंदी इलाके में एक युवक का शव मिला था. दोनों शव पर चोट के निशान मिले हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्या बनारस में कोई सीरियल किलर एक्टिव हो गया है? क्योंकि 2 दिन के अंदर बोरे में दो लाशों का मिलना और दोनों के शरीर पर चोटों के निशान होना कई सवाल खड़े कर रहा है.
चौबेपुर क्षेत्र के ग्रामसभा गौरा कलां से कमौली रोड पर शनिवार को सड़क किनारे एक बुजुर्ग का शव बोरे में भर कर फेंका पड़ा मिला है.बुजुर्ग के सीने सहित शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान थे. इसे लेकर उनकी हत्या की आशंका जताई गई है. ग्रामीणों की सूचना पर चौबेपुर थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. चौबेपुर थाने की पुलिस के अनुसार, बुजुर्ग की उम्र लगभग 60 साल है. वह इनर और पैंट पहने हुए हैं. शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है.
इसके पहले भी पुलिस को कुछ ऐसे ही अंदाज में एक शव बोरे में पूरी तरह से पैक कंडीशन में बरामद हुआ था. 1 दिसंबर को करौंदी स्थित आईटीआई कॉलेज के समीप नाले में बोरे में भर कर फेंके गए शव की शिनाख्त बड़ी पियरी निवासी मोंटी यादव के तौर पर हुई है. मोंटी के भाई गोलू के अनुसार वह पांच दिन से घर नहीं आया था. चाय-पान की दुकान चलाने वाला मोंटी मनबढ़ किस्म का था. उसके खिलाफ लूट सहित अन्य आरोपों में दो मुकदमे भी दर्ज थे. मोंटी के सिर पर वार करके उसकी हत्या की गई थी. कला की पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची और दोनों लाशों की मर्डर मिस्ट्री सुलझाने में फेल है.
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