वाराणसी: काशी के घाटों पर शहनाई बजाकर पूरे विश्व में एक अलग ख्याति प्राप्त करने वाले भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की रविवार को 105वीं जयंती के अवसर पर मिनिस्ट्री ऑफ कल्चरल गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एवं संगीत नाटक एकेडमी के तत्वाधान में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संगीत एवं मंच कला संकाय में शहनाई महोत्सव का आयोजन किया गया. ये कार्यक्रम उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को समर्पित रहा. इसमें देश के विभिन्न कोने से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. लोगों ने बिस्मिल्लाह खां को याद किया. रविवार से शुरू होकर ये कार्यक्रम 23 मार्च तक चलेगा.
देशभर के कलाकार देंगे प्रस्तुति
बीएचयू के पंडित ओमकारनाथ ठाकुर सभागार में देश के कोने-कोने से आए कलाकार भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को अपनी शहनाई के माध्यम से श्रद्धांजलि देंगे. तीन दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. पहले दिन विकास बाबू ने खां साहब को याद करते हुए शानदार प्रस्तुति दी. दूसरी प्रस्तुति दिल्ली से आए जगदीश प्रकाश ने दी. इसके अलावा तीसरी प्रस्तुति उत्तर प्रदेश के फतेह अली खान साहब ने दी.
कलाकारों ने दी श्रद्धांजलि
राजू दास ने बताया कि हमारे देश के जाने माने कलाकार भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की जयंती के अवसर पर हम लोगों ने उनकी कर्मभूमि उनकी सरजमीं पर शहनाई महोत्सव का आयोजन किया. यह कार्यक्रम बीएचयू के संगीत एवं मंच कला संकाय में किया जा रहा है. जिसमें देश के कोने-कोने से लगभग 13 कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. कार्यक्रम में दिल्ली, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, मुंबई, उत्तर प्रदेश से कलाकार आए हैं. कलाकारों के साथ अकादमी की तरफ से भी एक श्रद्धांजलि दी जाएगी.