ETV Bharat / state

बनारस के घाटों पर लौटने लगी रौनक, लोगों में उत्साह

वाराणसी के गंगा घाटों पर एक बार फिर रौनक लौटने लगी है. पिछले दिनों घाट पर बाढ़ का पानी आ जाने के कारण लोगों और सैलानीयों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा था. मल्लाह और घाटों के किनारे रहने वाले लोगाें ने प्रशासन के रुख का इंतजार न करते हुए खुद ही घाटों पर से गंगा के गाद को साफ करने की पहल शुरु कर दी है.

varanasi ghat
author img

By

Published : Oct 17, 2019, 3:24 PM IST

वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में एक बार फिर घाटों पर रौनक लौटने लगी है. बनारस के घाट जो बाढ़ के पानी के कारण पूरी तरह से जल मग्न हो गए थे, अब मां गंगा का जलस्तर घटने के साथ घाटों पर रौनक बढ़ने लगी है. जिले के अस्सी घाट, हरिश्चंद्र घाट दशाश्वमेध, राजेंद्र प्रसाद, शीतला घाट, केदार घाट, तुलसी घाट इन सब घाटों पर एक बार फिर से पर्यटक लौटने लगे हैं और फिर से बनारस का घाट अपने पुराने रंग में दिखने लगा है.

घाटों पर रौनक लौटने लगी.
पिछले 2 महीने से गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण यह पूरे घाटों पर मिट्टी और पानी जम गया था.इस वजह से पर्यटक के साथ स्थानीय लोग भी घाटों का आनंद नहीं ले पा रहे थे. ऐसे में अब स्थानीय लोग के साथ देशी-विदेशी पर्यटक भी बनारस की इन घाटों पर घाट वाक करते नजर आ रहे हैं.पर्यटक वीरू ने बताया आज से 2 महीने पहले यहां पर 20 फीट पानी था, हम लोग बनारस घूमने आए थे लेकिन घाटों पर नहीं घूम पाए. आए आज जब फिर हम घाटों पर आए तो घाट पहले जैसा हो गया है. अब हम घाटों पर बैठ सकते हैं घाटों पर घूम सकते हैं. बनारस अपने पुराने रंग में दिख रहा है.

ये भी पढ़ें:- कालिंदी कुंज: कृत्रिम घाट बना किया जा रहा दुर्गा मां का विसर्जन, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में एक बार फिर घाटों पर रौनक लौटने लगी है. बनारस के घाट जो बाढ़ के पानी के कारण पूरी तरह से जल मग्न हो गए थे, अब मां गंगा का जलस्तर घटने के साथ घाटों पर रौनक बढ़ने लगी है. जिले के अस्सी घाट, हरिश्चंद्र घाट दशाश्वमेध, राजेंद्र प्रसाद, शीतला घाट, केदार घाट, तुलसी घाट इन सब घाटों पर एक बार फिर से पर्यटक लौटने लगे हैं और फिर से बनारस का घाट अपने पुराने रंग में दिखने लगा है.

घाटों पर रौनक लौटने लगी.
पिछले 2 महीने से गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण यह पूरे घाटों पर मिट्टी और पानी जम गया था.इस वजह से पर्यटक के साथ स्थानीय लोग भी घाटों का आनंद नहीं ले पा रहे थे. ऐसे में अब स्थानीय लोग के साथ देशी-विदेशी पर्यटक भी बनारस की इन घाटों पर घाट वाक करते नजर आ रहे हैं.पर्यटक वीरू ने बताया आज से 2 महीने पहले यहां पर 20 फीट पानी था, हम लोग बनारस घूमने आए थे लेकिन घाटों पर नहीं घूम पाए. आए आज जब फिर हम घाटों पर आए तो घाट पहले जैसा हो गया है. अब हम घाटों पर बैठ सकते हैं घाटों पर घूम सकते हैं. बनारस अपने पुराने रंग में दिख रहा है.

ये भी पढ़ें:- कालिंदी कुंज: कृत्रिम घाट बना किया जा रहा दुर्गा मां का विसर्जन, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

Intro:धर्म और अध्यात्म के शहर काशी में एक बार फिर घाटों पर रौनक लौटने लगी बनारस के घाट जो बाढ़ के कारण पूरे जल मग्न थे अब मां गंगा का जलस्तर नीचे जाने के साथ घाटों पर रौनक बढ़ने लगी है।


Body:जिले के अस्सी घाट, हरिश्चंद्र घाट दशाश्वमेध राजेंद्र प्रसाद शीतला घाट केदार घाट तुलसी घाट इन सब घाटों पर फिर से पर्यटक लौटने लगे हैं और फिर से बनारस का घाट अपने पुराने रंग में दिखने लगा है।

पिछले 2 महीने से गंगा के बढ़े जलस्तर के कारण यह पूरे घाट जगमग में थे और पर्यटक के साथ स्थानीय लोग भी घाटों का आनंद नहीं ले पाते थे। ऐसे में अब स्थानीय लोग के साथ देशी-विदेशी पर्यटक भी बनारस की इन घाटों पर घाट वाक करते नजर आ रहे हैं।


Conclusion:वीरू ने बताया आज से 2 महीने पहले यहां पर 20 फीट पानी था हम लोग बनारस घूमने आए थे लेकिन घाटों पर नहीं आए आज जब फिर हम घाटों पर आए तो घाट पहले जैसा हो गया है अब हम घाटों पर बैठ सकते हैं घाटों पर घूम सकते हैं 2 महीने बाद बनारस अपने पुराने रंग में दिख रहा है।

बाईट :-- वीरू,पर्यटक

अशुतोष उपाध्याय
9005099684
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.