लखनऊ : 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में दलित समाज को जोड़ने के लिए बड़ा अभियान चलाने जा रही है. पार्टी संत रविदास और डॉ. भीमराव अंबेडकर के सहारे अपनी पैठ बनाने में जुटी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत रविदास जयंती पर अवकाश घोषित कर यह स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी अब इसी दिशा में आगे बढ़ेगी. लखनऊ के ऐशबाग में दलित स्मारक का लोकार्पण भी बहुत जल्द किया जाएगा. लोकसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी ने जिस तरह से दलित एजेंडे को धार दी थी. उसी तरह भाजपा भी आक्रामक तरीके से जवाब देने के मूड में है.
सपा ने बीजेपी को बताया था दलित विरोधी : लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को समजावादी पार्टी ने बड़ी पटखनी दी थी. 2019 के मुकाबले इस बार बीजेपी को आधी से कम सीट मिली. सपा ने बीजेपी को संविधान विरोधी-दलित विरोधी बताया था.
संविधान खत्म करने के समाजवादी पार्टी के प्रचार के जरिए भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान पहुंचा था. चुनाव के बाद भी समीक्षा में भी यह बिंदु सामने आया था. जिसके बाद बीजेपी लगातार दलित राजनीति पर जोर दे रही.
![लखनऊ के कृष्णा नगर में संत रविदास मंदिर में सीएम योगी पहुंचे थे.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-02-2025/up-luc-05-bjp-7210474_13022025171114_1302f_1739446874_353.jpeg)
रविवाद जयंती पर सीएम योगी कृष्णा नगर लखनऊ में रविदास मंदिर में जाकर काफी देर तक भजन में शामिल हुए. यहां उन्होंने संत रविदास के जीवन पर प्रकाश भी डाला. इसके अलावा अगले दो महीने के अंदर ऐशबाग में डॉ. भीमराव अंबेडकर से जुड़े एक स्मारक का लोकार्पण भी किया जाना है.
बीजेपी 2024 में हुए नुकसान से निपटने की बना रही प्लानिंग : राजनीतिक विश्लेषक राजीव रंजन सिंह ने कहा, निश्चित तौर पर भारतीय जनता पार्टी दलित राजनीति को लेकर आक्रामक है. बीजेपी डॉ. भीमराव अंबेडकर और संत रविदास दोनों को साथ लेकर चल रही है. जिससे बीजेपी 2024 में लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान से निपटना चाहेगी. निश्चित तौर पर यह 2027 विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का बड़ा प्लान है.
विपक्ष अपने गिरेबान में देखे- हरिश्चंद्र : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे लिए संत राजनीति का विषय नहीं है. विपक्ष अगर हम पर दलित की राजनीति करने का आरोप लगा रहा है तो उसको अपन गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए. हमने हमेशा अंत्योदय में विश्वास किया है.