वाराणसी : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में तीन जन औषधि केंद्र खोले जाने का फैसला किया गया है. यह जन औषधि केंद्र सरकारी अस्पतालों के तर्ज पर खोले जाने हैं. बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में इन केंद्रों को खोला जाएगा. जन औषधि केंद्र के खुलने से मरीजों को नियमानुसार सस्ते दाम पर दवाइयां मिल सकेंगी. अभी तक यहां पर दोनों परिसर में अमृत फार्मेसी व उमंग फार्मेसी का संचालन हो रहा है. अब जल्द ही जन औषधि केंद्र खुल जाएगा.
बता दें कि वाराणसी के सर सुंदरलाल अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक आने के साथ-साथ यहां दवाइयों की भी जरूरत होती है. ऐसे में परिसर में पहले से मौजूद फार्मेसी पर लोगों को दवाइयां लेनी पड़ती हैं. ऐसे में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में स्थित अस्पताल में जन औषधि केंद्र की स्थापना का उद्देश्य यहां पर आ रहे मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराना है. ऐसे में मरीजों को दवाएं लेने के लिए अधिक पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे.
इन जगहों पर खोले जाएंगे जन औषधि केंद्र : ट्रॉमा सेंटर के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 'काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी के रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास एक जन औषधि केंद्र खोला जाएगा. इसके साथ ही मनोचिकित्सा विभाग की ओपीडी के पास एक केंद्र खोला जाएगा. इन दोनों जगहों के अलावा तीसरा जन औषधि केंद्र अस्पताल परिसर में एक केंद्र खुलेगा. ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी ने केंद्र खोले जाने की जगह निर्धारित कर दी है, वहीं इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है.'
मरीजों को मिलेगी 20 से 80 फीसदी छूट : विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 'वाराणसी में सरकारी अस्पतालों की तर्ज पर ही जन औषधि केंद्र खोला जाएगा. जन औषधि केंद्र के खोले जाने से मरीजों को बहुत लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि अभी मरीजों के लिए दोनों परिसर में अमृत फार्मेसी व उमंग फार्मेसी का संचालन हो रहा है. इसके बाद औषधि केंद्रों के खुलने से दवाएं सस्ती मिलने लगेंगी. ट्रॉमा सेंटर में दो और सर सुंदरलाल अस्पताल में एक जन औषधि केंद्र खोला जाएगा. जन औषधि केंद्रों पर मिलने वाली दवाओं पर 20 से 80 फीसदी छूट मिलती है.