लखनऊः कोरोना महामारी की तीसरी जंग लड़ने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है.इसी के तहत जहां शहरी अस्पतालों की सुविधा को बढ़ाया जा रहा है तो वही ग्रामीण क्षेत्र के सभी सामुदायिक केंद्रों को आधुनिक इलाज की सुविधा से लैस किया जा रहा है, इसके लिए जरूरी उपकरण, सर्जरी तथा ऑक्सीजन युक्त बेड जनरेटर, फर्नीचर इत्यादि व्यवस्थाओं को सुदृढ़ कराने का कार्य किया जा रहा है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आधुनिक सुविधाओं से होंगे लैस
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 8 सीएचसी, पीएचसी को आधुनिक बनाने की कवायद चल रही है. इसके लिए एक करोड़ रुपये का बजट भी रखा गया है, इससे अस्पतालों को बेहतर बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि सभी सीएचसी पर ओपीडी शुरू करा दिया जाएगा. इसके साथ ही सीएचसी पर पीपीपी मॉडल के अन्तर्गत आउटसोर्सिंग से गर्भवती महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड की सुविधा होगी.
इसके अलावा ब्लड जांच की सुविधा भी हर केंद्र पर एक सप्ताह में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.उन्होंने कहा कि पर्याप्त टेक्नीशियन की व्यवस्था करने के लिए एमओआईसी तथा सीएचसी प्रभारी से डायग्नोस्टिक एक्सपर्ट, लैब टेक्नीशियन, बायो केमिस्ट आदि का प्रपोजल तैयार कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.
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नियुक्ति होंगी 163 आशाएं
जिलाधिकारी ने बताया कि आशाओं की कमी की सूचना मिली है. जिसके बाद 163 नई आशाओं को नियुक्त किया जाएगा. उन्होंने बताया कि आशाओं की भर्ती प्रक्रिया तत्काल शुरू कराते हुए तीन सप्ताह में चयन पूर्ण कर लिया जाएगा.
मण्डलीय अस्पताल में जल्द स्थापित हो जाएगा ऑक्सीजन प्लांट
बता दें कि शिवप्रसाद गुप्त मण्डली अस्पताल में एक और आक्सीजन प्लांट लगने जा रहा है,इस प्लांट से 100 बेड के महिला अस्पताल, एमसीएच विंग को जोड़ने के लिए आक्सीजन पाइप लाइन लगवाया जाएगा.