वाराणसी: बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के चलते जहां शासन-प्रशासन की ओर से सख्ती से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश जारी हैं. वहीं हर किसी को मास्क लगाना है और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना है. वहीं मुस्लिमों का पवित्र माह रमजान मंगलवार शाम को चांद दिखते ही शुरू हो गया. वहीं बुधवार यानी 14 अप्रैल को लोग पहला रोजा रखेंगे.
नहीं होगी तीन दिन की तरावीह
वहीं रमजान का चांद दिखने के बाद से तरावीह की नमाज की शुरुआत हो जाती है. जहां लोग तीन दिन या पांच दिन की तरावीह पढ़ते हैं. वहीं इस बार कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते वाराणसी में रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू है. ऐसे में लोगों 9 बजे तक अपने घरों में पहुंच जाना है. वहीं जिन मस्जिदों में तीन दिन की तरावीह होती थी. वहां इस बार तीन दिन की तरावीह नहीं होगी.
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आज है पहला रोजा
रमजान के पवित्र माह में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते है और लोगों ने बुधवार यानी 14 अप्रैल को पहला रोजा रखा. रमजान रहमतों और बरकतों का महीना है. जहां हर मुसलमान इस माह में अल्लाह की इबादत करता है और रोजे रखता है. वहीं इस माह में मुस्लिम दान भी देते हैं. जिसे जकात और फितरा के नाम से जाना जाता है. जो कि मुस्लिम समुदाय के सम्पन्न लोग ईद की नमाज पढ़ने से पहले दान स्वरूप गरीबों को देते है.