वाराणसी: काशी में विकास योजनाओं को पंख लगते दिखाई दे रहे हैं. यही वजह है कि शासन के निर्देश पर अधिकारी न सिर्फ विकास योजनाओं में तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं बल्कि नए प्लान भी तैयार कर रहे हैं. इस दिशा में नए प्लान के तहत वाराणसी के खिड़कियां घाट पर अब हेलीपैड बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसे लेकर मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश सोमवार को दिए.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सोमवार को अपने मंडलीय सभागार में जनपद में गतिमान प्रमुख परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा करते हुए प्रत्येक कार्य के लिए टाइमलाइन/डेडलाइन निर्धारित की. कार्यदायी संस्था के उच्चाधिकारी स्वयं मौके पर जाकर कार्य की गुणवत्ता व पर्यवेक्षण करें. मात्र अधीनस्थों के ऊपर ही आश्रित नहीं रहें. प्रतिदिन की प्रगति पर निगाह रखें और कार्य करने वाले लोगों की संख्या बढ़ाएं.
दिसंबर तक बदल जाएगा काशी का स्वरूप
बैठक में बताया गया कि खिड़कियां घाट के विकास में वहां हेलीपैड स्थापना की भी संभावना देखी जा रही है. रुद्राक्ष परियोजना को इसी वर्ष 15 दिसंबर तक पूर्ण करने की डेडलाइन दे दी गई है. इसके ऑडिटोरियम के लिए कोलकाता से कुर्सियां आ रही हैं. गोदौलिया दुपहिया वाहन पार्किंग निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे दिसंबर, 2020 तक हर हाल में पूर्ण कर लोगों के लिए वाहन पार्किंग को खोला जाए. चेतगंज फायर स्टेशन, राजकीय पशुधन व कृषि प्रक्षेत्र का कार्य, नक्तेश्वरी भवानी मंदिर का गेट व बाऊंड्री निर्माण कार्य, ट्रांस वरूणा सीवेज ट्रीटमेंट स्कीम, ट्रांस वरुणा क्षेत्र में जलापूर्ति, जंसा में मल्टीपरपज सीड स्टोर सेंटर आदि कार्य पूर्ण हो चुके हैं.
विभिन्न योजनाओं पर पैनी नजर
नगर के 5 जोन में लागू पेयजल कनेक्शन योजना में 28612 कनेक्शन हो चुके हैं. ट्रांस वरुणा सीवरेज ट्रीटमेंट योजना में 25782 घरों के सीवर लाइन चेंबर से जोड़ा जा चुका है. बैठक में विभिन्न नेशनल हाईवे निर्माण की प्रगति, बाईपास रिंग रोड फेज-2, लहरतारा-फुलवरिया परियोजना, पंचकोशी से नकाई रोड, ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण, आईपीडीएस के कार्यों, स्मार्ट सिटी में विभिन्न तालाबों यथा-नदेसर, चकरा व सोनभद्र तालाबों के सुंदरीकरण कार्य, घाटों के रिवाइटलाइजेशन, नगर के रोड जंक्शन की रीडेवेलपमेंट कार्यों में लगभग 100 कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की गई.
काम में लापरवाही पर पेनाल्टी के साथ होगी वसूली
रोड निर्माण व अन्य निर्माण कार्यों में कोई कमी मिलती है तो वहां के जिम्मेदार जेई पर कार्रवाई होगी तथा पर्यवेक्षण की शिथिलता पर उसके ऊपर के अभियंता पर भी कार्रवाई हो. ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया जाए. पेनाल्टी के साथ धन वसूली हो, गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा. सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है. ट्रांस वरुणा में जिस क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए कार्य हो चुका है, उसकी क्षमता व गुणवत्ता को जलापूर्ति करके चेक करें, ताकि उपयोगिता साबित हो.