वाराणसी: देवा दी देव महादेव की नगरी काशी में एक अलग ही नजारा दिख रहा है. यह नजारा बनारस में टेंट सिटी (Tent city ready in Varanasi) के रूप में देखने को मिल रहा है. बनारस में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को खींचने के लिए पहली बार उत्तर प्रदेश में इस तरह के भव्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. 13 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi in Varanasi) इसका उद्घाटन करेंगे. सबसे बड़ी बात यह है कि इस टेंट सिटी के तैयार होने के बाद इसमें अब तक 300 से ज्यादा बुकिंग भी ऑनलाइन हो चुकी है और काफी इंटरेस्ट लोग इसमें दिखा रहे हैं.
यही वजह है कि इस वाराणसी में टेंट सिटी को बिल्कुल काशी के रंग में रंगा जा रहा है. काशी के देवालय काशी के शिव मंदिर और काशी की भव्यता के साथ पूर्वांचल की संस्कृति और सभ्यता को समेटकर यह पूरी टेंट सिटी एक अलग ही नजारे के साथ काशी को पूरी तरह से प्रेजेंट करेगी. एक तरफ जाना है पूजा पाठ से लेकर गंगा आरती करवाने तक इंतजाम रहेंगे तो वही योग साधना की व्यवस्था भी रहेगी.
दरअसल गंगा उस पार नमो घाट के ठीक सामने टेंट सिटी को बनाया गया है. लगभग 600 तंबुओं के इस अद्भुत शहर को बिल्कुल काशी के रंग में रंगा जा रहा है. यहां पर बनाया गया स्विमिंग पूल हो या फिर हर टेंट के बाहर लग रहा शिव का त्रिशूल और डमरु सब कुछ पूरी तरह से भगवान शिव की नगरी काशी को रेत पर प्रस्तुत करने का काम कर रहा है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस स्थान पर धर्म अध्यात्म और संस्कृति का अद्भुत समागम देखने को मिलेगा. रोज शाम में लगभग 1 घंटे तक यहां पर बनाए जा रहे मंच से ठुमरी, चैती समेत पूर्वांचल की तमाम कलाओं और लोक कलाओं का प्रदर्शन करने के साथ ही खानपान से लेकर संस्कृति और सभ्यता और संगीत सब कुछ काशी की संस्कृति में ही रंगा नजर आएगा.
टेंट सिटी को तैयार करने वाले कंपनी के जनरल मैनेजर वरुण पांडेय का कहना है कि हमारा मकसद यहां पर आने वाले लोगों को काशी से रूबरू करवाना है. इसलिए हम उस तरह से प्लानिंग कर रहे हैं, ताकि यहां आने वाले लोग गंगा इस बार रहकर भी काशी में होने का एहसास कर सकें. काशी के हिसाब से मंदिर नुमा टेंट का शिखर हर टेंट के बाहर शिव का त्रिशूल, नंदी महाराज समेत फूलों से सजावट करके इस पूरी टेंट सिटी को पूरी आध्यात्म के रूप में प्रस्तुत करने का काम किया जाएगा.
पर्यटकों को पूरी तरह से इस टेंट सिटी में काशी में होने का एहसास दिलवाया जाएगा. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन, काल भैरव मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में दर्शन पूजन कराने के साथ ही नमो घाट पर ले जाने के लिए भी स्पेशल बोर्ड की व्यवस्था की जाएगी और वहां से सीधे सड़क मार्ग से उन्हें अन्य जगहों पर ले जाने की व्यवस्था रहेगी. इसके अतिरिक्त शाम को गंगा आरती और गंगा आरती से लौट कर आने के बाद विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उनकी मौजूदगी के जरिए उन्हें काशी और पूर्वांचल की संस्कृति के साथ उत्तर प्रदेश की झलक देखने को मिलेगी.
वरुण पांडेय का कहना है कि हमने पूरी टेंट सिटी को प्योर वेजीटेरियन और नॉन अल्कोहलिक रखने की प्लानिंग की है. हम अपने मेहमानों से भी अपील कर रहे हैं और उनको मेल इत्यादि से जरिए बता रहे हैं कि यहां पर अल्कोहल और नॉनवेज का प्रयोग ना करें इस गरिमा को बनाए रखने में मदद करें, ताकि काशी की गरिमा बनी रहे इसके अतिरिक्त सीवर लाइन की व्यवस्था के लिए भी पूरा अलग सिस्टम रखा गया है जो गंगा से बिल्कुल अलग है. इसके अतिरिक्त स्विमिंग पूल में भी गंगा का ही पानी रहेगा. यानी यह टेंट सिटी पूरी तरह से काशी की भव्यता आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखने के साथ यहां आने वाले लोगों को काशी से रूबरू कराने का काम करेगी. (up news in hindi)
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