वाराणसी: उत्तर प्रदेश कैबिनेट की स्वीकृति के बाद वाराणसी में पीपीपी मॉडल पर रोपवे संचालन को लेकर पूरी उम्मीद थी कि 18 दिसंबर को निविदा खुल जाएगी. इसके बाद निर्माण के लिए कंपनी का नाम तय हो जाएगा, लेकिन इस पर पानी फिर गया. इसको सुलझाने के लिए आमंत्रित कंपनियों ने वीडीए से वक्त मांगा है जिसके बाद निविदा खोलने की तिथि 24 दिसंबर कर दी गई है.
वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से पीपीपी मॉडल पर 3.65 किलोमीटर व 410 करोड़ की प्रस्तावित रोपवे की स्थापना होनी है. इसके लिए वीडीए द्वारा जारी निविदा 18 दिसंबर को खुलनी थी जो नहीं खुल सकी. इसकी वजह कंपनियों का प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर कई तरह की आशंकाएं हैं. इसको सुलझाने के लिए आमंत्रित कंपनियों ने वीडीए से वक्त मांगा है.
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रोपवे पर 20 प्रतिशत केंद्र व 20 प्रतिशत राज्य है. शेष 60 प्रतिशत कंपनी के हिस्से आएगा. राज्यांश एक बार देय होगा. कार्यदायी कंपनी रोपवे का निर्माण करने के साथ ही संचालन भी करेगी. परियोजना सलाहकार के तौर पर वीडीए की ओर से नियुक्त वैपकास लिमिटेड कंपनी ने प्रस्ताव तैयार किया है.
प्री- बिड में आई कंपनियां
ईसीएल मेनेजमेंट एसडीएनडीएचडी
डोपल्मेयर
एफ़आइएल
पोमा
एक्रान इंफ्रा
एजीस इंडिया
कनवेयर एंड रोप-वे सिस्टम.
वीडीए उपाध्यक्ष रोपवे प्रोजेक्ट का ईशा दुहन ने बताया की निर्माण व संचालन के लिए निविदा जारी की गई थी. जो 18 दिसंबर को खोला जाना था, लेकिन कंपनियों की मांग पर तिथि बढ़ाकर अब 24 दिसंबर कर दी गई है.
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