वाराणसी: एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने अयोध्या विवाद में मध्यस्थता के लिए बने पैनल का स्वागत किया. वहीं जो लोग श्रीश्री रविशंकर के नाम को लेकर विरोध जता रहे हैं. उन्हें अपने विचार रखने की सलाह दी और साफ कहा कि राम जन्मभूमि पर किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं होगा.
शंकराचार्य ने रमजान में चुनाव कराए जाने को लेकर चुनाव आयोग के साथ खड़े नजर आए. उन्होंने कहा कि हमारे भी तीर्थ होते हैं, लेकिन जब चुनाव आयोग ने फैसला किया है तो सबको आना ही होगा. वहीं इस चुनाव में वोटरों से अपील कर कहा कि किसी भी व्यक्ति के नाम पर चुनाव के बजाय मेनिफेस्टो पर चुनाव हो. यही नहीं शंकराचार्य ने पीएम मोदी को सलाह देते हुए कहा कि पहले वह अपने किए वादों का उत्तर दें, फिर वोट की अपील करें. वहीं आतंकी अजहर मसूद को राहुल गांधी के द्वारा 'जी' शब्द कहे जाने पर उन्होंने उसे मानवीय भूल बताया.
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अयोध्या राम जन्मभूमि की मध्यस्थता को लेकर बनाए गए पैनल पर सवाल खड़े किए जाने और खासकर श्री श्री रविशंकर के नाम पर आपत्ति जताए जाने पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर को लेकर जो पहल किया है, इसलिए अपना विचार सभी को रखना चाहिए. राम जन्मभूमि विवाद को लेकर कोर्ट के मध्यस्थता के लिए मैंने अपना प्रतिनिधि भेज दिया है. वह वहां अपनी बातों को रखेंगे. राम जन्मभूमि के मामले में किसी प्रकार का किसी से समझौता नहीं होगा. रमजान में चुनाव पर शंकराचार्य ने कहा कि हमारे भी तीर्थ होते हैं, लेकिन आचार संहिता लग गई है तो सबको समय पर हाजिर होना पड़ेगा.
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा आतंकी अजहर मसूद को 'जी' शब्द के उद्बोधन किए जाने को मानवीय भूल बताते हुए कहा कि यह किसी से भी हो सकता है, जिसका जैसा आचरण होता है, कभी-कभी वैसे शब्द जुबान पर आ जाते हैं. यह एक मानवीय भूल है, इस पर किसी प्रकार का बवाल नहीं होना चाहिए. वहीं नरेंद्र मोदी के द्वारा सभी राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं को ट्वीट कर मतदान प्रतिशत को बढ़ाए जाने की अपील किए जाने पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि वोट अपील से पहले मोदी जी को अपना वादा पूरा करना चाहिए.