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बीएचयू में उठी छात्रसंघ की मांग, छात्रों ने शुरु की भूख हड़ताल

यूपी के वाराणसी में बीएचयू में एक बार फिर माहौल उग्र है. बीएचयू के छात्र अपनी ग्यारह सूत्री मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा है.

ग्यारह सूत्री मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन.
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Published : Sep 24, 2019, 10:30 PM IST

वाराणासी: महामना की बगिया बीएचयू में एक बार फिर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. इस बार छात्र, छात्रसंघ चुनाव सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छात्रसंघ भवन पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे गए हैं. भगत सिंह छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने यह आंदोलन शुरू किया है. छात्रों की मानें तो उन्होंने इस सम्बंध में पहले भी कुलपति को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अब तक उनकी मांगो पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया है.

ग्यारह सूत्री मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन.


क्या हैं छात्रों की मुख्य मांगें

  • सभी स्टूडेंट्स को हॉस्टल मुहैया कराया जाय और जबतक हॉस्टल नहीं मिल जाता तब तक उन्हें डेलीगेसी भत्ता दिया जाए.
  • लाइब्रेरी को 24 घंटे खोला जाय, नई और जरूरी पुस्तकें तत्काल मंगाई जाए
  • महिला छात्रावासों से कर्फ्यू टाईमिंग खत्म की जाए और छात्राओं की सुरक्षा के लिये GSCASH (Gender sensitization committee against sexual harassment) लागू किया जाए.
  • विश्वविद्यालय के सभी विभागों और संकाय में महिला शौचालय बनवाया जाए.
  • कैम्पस में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई जाए.
  • विकलांग छात्र-छात्राओं के लिए EOC (Equal opportunity cell) का गठन किया जाए. जो उनके अकादमिक औरअन्य जरूरत की चीजों को मुहैया कराए.
  • कर्मचारी संघ, शिक्षक संघ और छात्रसंघ बहाल किया जाए.
  • सभी महिला छात्रावासों में कैंटीन की व्यवस्था की जाए साथ ही कैंपस में 24×7 कैंटीन की व्यवस्था की जाए.
  • नवीन हॉस्टल में एक रूम में 2 से अधिक छात्राओं का आवंटन बंद किया जाए.
  • महिला छात्रावासों में नान एकेडमिक स्टाफ को ही वार्डन सहित अन्य पदों पर नियुक्त किया जाए.

विगत 4 सितंबर को भगत सिंह छात्र मोर्चा की तरफ से हॉस्टल, महिला सुरक्षा, शैक्षणिक महौल और कैंपस लोकतंत्र सहित अन्य बुनियादी मांगो को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया था. पिछले सत्र में भी ज्ञापन दिया गया था लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी बीएचयू प्रशासन छात्रों के समस्याओं को निवारण के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा।

लाइब्रेरी में सीटों के लिए छात्रों में मारपीट हो जा रही है, हॉस्टल के अभाव में स्टूडेंट महंगे रूम लेके रहने को मजबूर हैं. क्लास भी रेगुलर नहीं चलती हैं. बीएचयू की कई फैकल्टी और डिपार्टमेंट में महिला शौचालय तक नहीं है. इतनी समस्याओं के बाद भी छात्रों का अपना कोई प्रतिनिधित्व भी नहीं है जिसके माध्यम से प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई जाई. ऐसी स्थिति में अब हम आम छात्र-छात्राओं को अपनी लड़ाई खुद लड़ने की जरूरत है इन सभी मांगों को लेकर हम लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं.
-आकांक्षा, छात्रा,बीएचयू

वाराणासी: महामना की बगिया बीएचयू में एक बार फिर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. इस बार छात्र, छात्रसंघ चुनाव सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छात्रसंघ भवन पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे गए हैं. भगत सिंह छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने यह आंदोलन शुरू किया है. छात्रों की मानें तो उन्होंने इस सम्बंध में पहले भी कुलपति को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अब तक उनकी मांगो पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया है.

ग्यारह सूत्री मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन.


क्या हैं छात्रों की मुख्य मांगें

  • सभी स्टूडेंट्स को हॉस्टल मुहैया कराया जाय और जबतक हॉस्टल नहीं मिल जाता तब तक उन्हें डेलीगेसी भत्ता दिया जाए.
  • लाइब्रेरी को 24 घंटे खोला जाय, नई और जरूरी पुस्तकें तत्काल मंगाई जाए
  • महिला छात्रावासों से कर्फ्यू टाईमिंग खत्म की जाए और छात्राओं की सुरक्षा के लिये GSCASH (Gender sensitization committee against sexual harassment) लागू किया जाए.
  • विश्वविद्यालय के सभी विभागों और संकाय में महिला शौचालय बनवाया जाए.
  • कैम्पस में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई जाए.
  • विकलांग छात्र-छात्राओं के लिए EOC (Equal opportunity cell) का गठन किया जाए. जो उनके अकादमिक औरअन्य जरूरत की चीजों को मुहैया कराए.
  • कर्मचारी संघ, शिक्षक संघ और छात्रसंघ बहाल किया जाए.
  • सभी महिला छात्रावासों में कैंटीन की व्यवस्था की जाए साथ ही कैंपस में 24×7 कैंटीन की व्यवस्था की जाए.
  • नवीन हॉस्टल में एक रूम में 2 से अधिक छात्राओं का आवंटन बंद किया जाए.
  • महिला छात्रावासों में नान एकेडमिक स्टाफ को ही वार्डन सहित अन्य पदों पर नियुक्त किया जाए.

विगत 4 सितंबर को भगत सिंह छात्र मोर्चा की तरफ से हॉस्टल, महिला सुरक्षा, शैक्षणिक महौल और कैंपस लोकतंत्र सहित अन्य बुनियादी मांगो को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया था. पिछले सत्र में भी ज्ञापन दिया गया था लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी बीएचयू प्रशासन छात्रों के समस्याओं को निवारण के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा।

लाइब्रेरी में सीटों के लिए छात्रों में मारपीट हो जा रही है, हॉस्टल के अभाव में स्टूडेंट महंगे रूम लेके रहने को मजबूर हैं. क्लास भी रेगुलर नहीं चलती हैं. बीएचयू की कई फैकल्टी और डिपार्टमेंट में महिला शौचालय तक नहीं है. इतनी समस्याओं के बाद भी छात्रों का अपना कोई प्रतिनिधित्व भी नहीं है जिसके माध्यम से प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई जाई. ऐसी स्थिति में अब हम आम छात्र-छात्राओं को अपनी लड़ाई खुद लड़ने की जरूरत है इन सभी मांगों को लेकर हम लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं.
-आकांक्षा, छात्रा,बीएचयू

Intro:


वाराणासी के बीएचयू में एक बार फिर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है । छात्रसंघ चुनाव सहित 11 सूत्रीय मांगों के समर्थन में छात्र छात्रसंघ भवन पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे गए है । भगत सिंह छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने ये आंदोलन शुरू किया है । छात्रों की माने तो उन्होंने इस सम्बंध में पहले भी कुलपति को ज्ञापन सौपा है लेकिन अब तक उनके मांगो पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया है ।



Body:छात्रों की यह है मुख्य मांग

सभी स्टूडेंट्स को हॉस्टल मुहैया कराया जाय और जबतक हॉस्टल नहीं मिल जाता तब तक उन्हें डेलीगेसी भत्ता दिया जाय।
लाइब्रेरी को 24 घंटे खोला जाय, नई व जरूरी पुस्तके तत्काल मँगाई जाय, व साइबर लाइब्रेरी में सीटों की संख्या बढ़ाकर 1000 की जाय।
महिला छात्रावासों से कर्फ्यू टाईमिंग खत्म की जाय व छात्राओं की सुरक्षा के लिये GSCASH (Gender sensitization committee against sexual harassment) लागू किया जाए।
विश्वविद्यालय के सभी विभागों व संकाय में महिला शौचालय बनवाया जाय।
कैम्पस में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई जाए।
विकलांग छात्र - छात्राओं के लिए EOC (Equal opportunity cell) का गठन किया जाय। जो उनके अकादमिक व अन्य जरूरत की चीजों को मुहैया करायेगा।
कर्मचारी संघ व शिक्षक संघ बहाल करो।
सभी महिला छात्रावासों में कैंटीन की व्यवस्था की जाय। और कैंपस में 24×7 कैंटीन की व्यवस्था की जाय।
सभी हॉस्टल के मेस व कैंटीनों को सब्सिडीयुक्त कर सस्ता किया जाय।

नवीन हॉस्टल में एक रूम में 2 से अधिक छात्राओं का आवंटन बंद किया जाय।
महिला छात्रावासों में non academic staff को ही वार्डन सहित अन्य पदों पे नियुक्त किया जाय।Conclusion:छात्रा आकांक्षा ने बातया विगत 4 सितंबर को भगत सिंह छात्र मोर्चा की तरफ से हॉस्टल, महिला सुरक्षा, शैक्षणिक महौल व कैंपस लोकतंत्र सहित अन्य बुन्याद माँगो को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया। पिछले सत्र में भी ज्ञापन दिया गया था लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी बीएचयू प्रशासन छात्रों के समस्याओं को निवारण के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा। एक तरफ जहाँ लाइब्रेरी में सीटों के लिए छात्रों में मारपीट हो जा रही, होस्टल के अभाव में स्टूडेंट्स किसी तरह छित्तूपुर या सीर गेट के पास महंगे रूम लेके रहने को मजबूर है, वहीं दूसरी तरफ क्लास ना रेगुलर चलती है ना ही गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई होती है। बीएचयू के कई फैकल्टी, डिपार्टमेंट में महिला शौचालय तक नहीं है। विकलांग छात्रों के पढ़ाई-लिखाई, आवाजाही के लिए कोई विशेष सुविधा उपलब्ध नहीं है। छात्राओं के सुरक्षा के लिए GSCASH को लागू नहीं किया गया है। और इतने समस्याओं के बाद भी छात्रों का अपना कोई प्रतिनिधित्व भी नहीं है जिसके माध्यम से प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई जाई। ऐसी स्थिति में अब हम आम छात्र-छात्राओं को अपनी लड़ाई खुद लड़ने की जरूरत है इन सभी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है। जिससे की प्रशासन हमारी माँगों को जल्द से जल्द माने नही तो हमारा आंदोलन चलता रहेगा।

बाईट :-- आकांक्षा,छात्रा,बीएचयू

पिछले कुछ दिनों से लगातार बीएचयू में चल रहा है। अशांत माहौल के कारण बीएचयू के छात्र छात्राओं का यह मानना है कि आप छात्रसंघ बहाल होना चाहिए क्योंकि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हमारे पास कोई हमारा मंच नहीं है देखना यह है कि छात्र अपनी लड़ाई कब तक लड़ पाते हैं।


आशुतोष उपाध्याय, वाराणासी
9005099684
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