वाराणासी: महामना की बगिया बीएचयू में एक बार फिर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. इस बार छात्र, छात्रसंघ चुनाव सहित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छात्रसंघ भवन पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे गए हैं. भगत सिंह छात्र मोर्चा के बैनर तले छात्रों ने यह आंदोलन शुरू किया है. छात्रों की मानें तो उन्होंने इस सम्बंध में पहले भी कुलपति को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अब तक उनकी मांगो पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया है.
क्या हैं छात्रों की मुख्य मांगें
- सभी स्टूडेंट्स को हॉस्टल मुहैया कराया जाय और जबतक हॉस्टल नहीं मिल जाता तब तक उन्हें डेलीगेसी भत्ता दिया जाए.
- लाइब्रेरी को 24 घंटे खोला जाय, नई और जरूरी पुस्तकें तत्काल मंगाई जाए
- महिला छात्रावासों से कर्फ्यू टाईमिंग खत्म की जाए और छात्राओं की सुरक्षा के लिये GSCASH (Gender sensitization committee against sexual harassment) लागू किया जाए.
- विश्वविद्यालय के सभी विभागों और संकाय में महिला शौचालय बनवाया जाए.
- कैम्पस में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई जाए.
- विकलांग छात्र-छात्राओं के लिए EOC (Equal opportunity cell) का गठन किया जाए. जो उनके अकादमिक औरअन्य जरूरत की चीजों को मुहैया कराए.
- कर्मचारी संघ, शिक्षक संघ और छात्रसंघ बहाल किया जाए.
- सभी महिला छात्रावासों में कैंटीन की व्यवस्था की जाए साथ ही कैंपस में 24×7 कैंटीन की व्यवस्था की जाए.
- नवीन हॉस्टल में एक रूम में 2 से अधिक छात्राओं का आवंटन बंद किया जाए.
- महिला छात्रावासों में नान एकेडमिक स्टाफ को ही वार्डन सहित अन्य पदों पर नियुक्त किया जाए.
विगत 4 सितंबर को भगत सिंह छात्र मोर्चा की तरफ से हॉस्टल, महिला सुरक्षा, शैक्षणिक महौल और कैंपस लोकतंत्र सहित अन्य बुनियादी मांगो को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया था. पिछले सत्र में भी ज्ञापन दिया गया था लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी बीएचयू प्रशासन छात्रों के समस्याओं को निवारण के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा।
लाइब्रेरी में सीटों के लिए छात्रों में मारपीट हो जा रही है, हॉस्टल के अभाव में स्टूडेंट महंगे रूम लेके रहने को मजबूर हैं. क्लास भी रेगुलर नहीं चलती हैं. बीएचयू की कई फैकल्टी और डिपार्टमेंट में महिला शौचालय तक नहीं है. इतनी समस्याओं के बाद भी छात्रों का अपना कोई प्रतिनिधित्व भी नहीं है जिसके माध्यम से प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई जाई. ऐसी स्थिति में अब हम आम छात्र-छात्राओं को अपनी लड़ाई खुद लड़ने की जरूरत है इन सभी मांगों को लेकर हम लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं.
-आकांक्षा, छात्रा,बीएचयू