वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों का विवाद और धरना प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों का धरना प्रदर्शन और आपसी विवाद में मारपीट का मामला सामने आ रहा है. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में जहां संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्र एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर धरने पर बैठे हैं तो वहीं दूसरी तरफ देर शाम को पुलिस प्रशासन के खिलाफ छात्र विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार बंद कर धरने पर बैठ गए.
दरअसल, रविवार देर रात बीएचयू के कुछ छात्रों और लंका थाना क्षेत्र के एक दारोगा के बीच विवाद हुआ था, जिसमें दारोगा ने छात्रों को बुरी तरह पीट दिया था, जिसे लेकर छात्रों ने लंका थाने का घेराव कर दिया. आनन-फानन में वाराणसी पुलिस प्रशासन ने आरोपी दारोगा को सस्पेंड कर दिया. वहीं छात्रों का आरोप है कि दारोगा को मात्र सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन उसके खिलाफ मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज नहीं दर्ज की गई है.
छात्रों का यह भी आरोप है कि आए दिन पुलिस के लोग विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के ऊपर हमला करते हैं और साथ ही बीएचयू कैंपस के बाहर पटरी पर दुकान लगाकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले दुकानदारों को पीटते हैं.
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छात्र प्रियेश ने बताया कि आए दिन विश्वविद्यालय में पुलिस उत्पीड़न बढ़ता ही जा रहा है. आए दिन विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस द्वारा छात्रों को मारा पीटा जाता है. रविवार को ही शराब के नशे में धुत एक पुलिसकर्मी ने हमारे दो छात्रों को बुरी तरह मारा-पीटा, जिसके बाद तहरीर देने के बाद भी पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है.
जब तक आरोपी पुलिस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी, हम अनवरत धरने पर बैठे रहेंगे.
-प्रियेश, छात्र, बीएचयू