वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय में अल्पसंख्यक प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति का मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है. 8 नवंबर से छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों से 22 नवंबर को विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले के निवारण के लिए 10 दिन का समय मांगा. 11वें दिन यानी सोमवार को कोई भी कोई जवाब न मिलने पर छात्र फिर से भड़क उठे हैं.
एक बार फिर से छात्रों ने शुरू किया प्रदर्शन
- फिरोज खान की संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय में नियुक्ति को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे.
- विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में 10 दिन का वक्त मांगा था.
- 11वें दिन प्रशासन के तरफ से कोई जवाब न मिलने छात्रों ने फिर से धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
- छात्रों ने संकाय बंद कर अपना विरोध-प्रदर्शन दर्ज किया.
- छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
- छात्रों की मांग है कि जब तक जवाब नहीं मिलेगा, तब तक धरने पर रहेंगे.
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8 नवंबर से हम लोग नियुक्ति के विरोध में हैं. अल्पसंख्यक प्रोफेसर के नियुक्ति के विरोध में हम लोग 17 दिनों तक वीसी आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहे. 22 नवंबर को कहा गया कि 10 दिन के अंदर इसका निवारण किया जाएगा. आज 11वें दिन विश्वविद्यालय प्रशासन और संकाय के डीन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. उसी के लिए संकाय को बंद कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
-शुभम तिवारी, शोध छात्र, बीएचयू