वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शारीरिक शिक्षा विभाग में हुई फर्जी नियुक्ति के प्रकरण को लेकर सोमवार को काशी विद्यापीठ के छात्र अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए. छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन फर्जी नियुक्ति को जल्द से जल्द रद्द करे. इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
'मामले को संज्ञान में लाने के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई'
काशी विद्यापीठ में शारीरिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विद्यापीठ के छात्र सोमवार को छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप यादव के नेतृत्व में प्रशासनिक भवन के सामने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए. इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. धरने पर बैठे छात्रों ने आरोप लगाया कि फर्जी नियुक्ति के मामले को बार-बार कुलपति के संज्ञान में लाने के बाद भी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है.
विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं कर रहा सुनवाई
अनशन का नेतृत्व कर रहे छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप यादव ने कहा कि शारीरिक शिक्षा विभाग में हुई फर्जी नियुक्ति प्रकरण को लेकर हम लोगों ने कई बार कुलपति को ज्ञापन सौंपा. इसके बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई. वहीं कुलपति ने आरोपी प्रोफेसर को विभागाध्यक्ष सहित चीफ प्रॉक्टर का दायित्व दे दिया है. हम लोगों की मांग है कि जब तक फर्जी नियुक्ति की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक आरोपी प्रोफेसर संतोष गुप्ता को विभागाध्यक्ष और चीफ प्रॉक्टर के पद से हटाया जाए. वरना वह पूरे जांच को प्रभावित कर सकते हैं. छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन जब तक हम लोगों की मांगे नहीं मानता है, तब तक हम लोग यहीं पर अनिश्चितकाल के लिए धरना देंगे.
फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी करने का मामला
छात्रों का आरोप है कि, शारीरिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष संतोष गुप्ता ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर विश्वविद्यालय में नौकरी प्राप्त की है. ऐसे में छात्रों में फर्जी नियुक्ति के मामले को लेकर आक्रोश का माहौल है और वह लगातार विश्वविद्यालय से अपनी बात मनवाने के लिए प्रदर्शन कर रहे है.