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अब 'स्लेट' से पढ़ाई करेंगे सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र - स्लेट एप से पढ़ेंगे छात्र

वाराणसी स्थित सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान छात्र स्लेट पर पढ़ाई करेंगे. दरअसल, एप स्लेट (SLATE) तैयार किया गया है, जिसका प्रयोग ऑनलाइन शिक्षा के लिए किया जाएगा.

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी.
सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी.
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Published : May 30, 2021, 11:49 AM IST

वाराणसी: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय (Sampurna Sanskrit University) के विद्यार्थी अब स्लेट एप के जरिए पठन-पाठन करेंगे. इसके लिए सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के बीच ऑनलाइन कक्षाओं के लिए परस्पर समझौता (एमओयू) किया जाना है. जिसके बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में स्टेट (SLATE) एप के तहत ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन होगा.

अब स्लेट के जरिये विद्यार्थी होंगे शिक्षित
विश्वविद्यालय की तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार ने कहा कि दोनों संस्थाओं के ऑनलाइन शैक्षिक समझौते के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गए एप्लीकेशन स्लेट के जरिए विद्यार्थियों को शिक्षित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्लेट (स्ट्रैटजनिक लर्निंग एप्लिकेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेटिव एजुकेशन) शिक्षा का सूचक है. स्लेट को बनाने में नई शिक्षा नीति के निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षक गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है. इसके माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में एक नवीन युग का आगमन है. उन्होंने बताया कि समझौते के बाद स्लेट के बारे में संपूर्ण प्रशिक्षण लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशिक्षित आचार्य यहां आकर अध्यापकों को देंगे.


इसे भी पढ़ें-Lucknow University: छात्र कर सकेंगे लाइब्रेरी से लेकर लैब तक में इंटर्नशिप, इस स्कीम का मिलेगा फायदा


नई ई-शिक्षा नीति को किया गया है समावेशित
कुलपति ने बताया कि स्लेट एक लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम ही नहीं है, बल्कि छात्र हित में उठाया गया एक लाभकारी अद्वितीय कदम है. जो स्वयं में डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत एवं ई-शिक्षा आदि भारत सरकार की नीतियों को समावेशित किया गया है. इसके तहत विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए संख्या की कोई सीमा निश्चित नहीं है. कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार ने कहा कि इसके अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी. शिक्षा सामग्री एवं ऑनलाइन टेस्ट भी कराया जाएगा. विद्यार्थी असाइनमेंट भी जमा कर सकेंगे. इस एप के जरिए छात्रों की कक्षा में उपस्थिति पर निगरानी की जा सकेगी. उन्होंने बताया कि सफेद बोर्ड पर अध्यापन एवं अध्ययन पारदर्शी तरीके से किया जा सकेगा. इस एप्लीकेशन का प्रयोग मोबाइल में आसानी से किया जा सकता है.

ये हैं लाभ
• मल्टी फॉर्मेट सपोर्ट जैसे टेक्स्ट, पीपीटी, वीडियो और ऑडियो
• वैश्विक कक्षा का अनुभव
• 24×7 ऑनलाइन अध्ययन सामग्री तक पहुंच
• ऑनलाइन कक्षाओं के साथ ऑफलाइन कक्षाओं का संवर्धन, प्रश्न समाधान सामग्री, मूल्यांकन और प्रश्नोत्तरी
• ऑनलाइन आधारित टाइम टेबल सक्षम
• छात्र उपस्थिति की निगरानी
• आसान पारदर्शी और स्टैंडर्ड
• व्यख्यान साझा करने को प्रोत्साहित करता है
• वेबिनार आदि इस पर आयोजित कर सकते हैं

वाराणसी: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय (Sampurna Sanskrit University) के विद्यार्थी अब स्लेट एप के जरिए पठन-पाठन करेंगे. इसके लिए सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के बीच ऑनलाइन कक्षाओं के लिए परस्पर समझौता (एमओयू) किया जाना है. जिसके बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में स्टेट (SLATE) एप के तहत ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन होगा.

अब स्लेट के जरिये विद्यार्थी होंगे शिक्षित
विश्वविद्यालय की तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार ने कहा कि दोनों संस्थाओं के ऑनलाइन शैक्षिक समझौते के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गए एप्लीकेशन स्लेट के जरिए विद्यार्थियों को शिक्षित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि स्लेट (स्ट्रैटजनिक लर्निंग एप्लिकेशन फॉर ट्रांसफॉर्मेटिव एजुकेशन) शिक्षा का सूचक है. स्लेट को बनाने में नई शिक्षा नीति के निर्देशों का पालन करते हुए शिक्षक गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है. इसके माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में एक नवीन युग का आगमन है. उन्होंने बताया कि समझौते के बाद स्लेट के बारे में संपूर्ण प्रशिक्षण लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशिक्षित आचार्य यहां आकर अध्यापकों को देंगे.


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नई ई-शिक्षा नीति को किया गया है समावेशित
कुलपति ने बताया कि स्लेट एक लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम ही नहीं है, बल्कि छात्र हित में उठाया गया एक लाभकारी अद्वितीय कदम है. जो स्वयं में डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत एवं ई-शिक्षा आदि भारत सरकार की नीतियों को समावेशित किया गया है. इसके तहत विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए संख्या की कोई सीमा निश्चित नहीं है. कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार ने कहा कि इसके अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी. शिक्षा सामग्री एवं ऑनलाइन टेस्ट भी कराया जाएगा. विद्यार्थी असाइनमेंट भी जमा कर सकेंगे. इस एप के जरिए छात्रों की कक्षा में उपस्थिति पर निगरानी की जा सकेगी. उन्होंने बताया कि सफेद बोर्ड पर अध्यापन एवं अध्ययन पारदर्शी तरीके से किया जा सकेगा. इस एप्लीकेशन का प्रयोग मोबाइल में आसानी से किया जा सकता है.

ये हैं लाभ
• मल्टी फॉर्मेट सपोर्ट जैसे टेक्स्ट, पीपीटी, वीडियो और ऑडियो
• वैश्विक कक्षा का अनुभव
• 24×7 ऑनलाइन अध्ययन सामग्री तक पहुंच
• ऑनलाइन कक्षाओं के साथ ऑफलाइन कक्षाओं का संवर्धन, प्रश्न समाधान सामग्री, मूल्यांकन और प्रश्नोत्तरी
• ऑनलाइन आधारित टाइम टेबल सक्षम
• छात्र उपस्थिति की निगरानी
• आसान पारदर्शी और स्टैंडर्ड
• व्यख्यान साझा करने को प्रोत्साहित करता है
• वेबिनार आदि इस पर आयोजित कर सकते हैं

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