वाराणसी: जिले में शनिवार को एसटीएफ (Special Task Force) उत्तर प्रदेश ने प्रशिक्षित स्नातक जीव विज्ञान शिक्षक (TGT) परीक्षा 2016-बालक वर्ग की परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने सरगना व सॉल्वर सहित तीन सदस्यों को श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज वाराणसी के कोतवाली थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है.
पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई प्रयागराज नवेन्दु कुमार के अनुआर प्रशिक्षित स्नातक जीव विज्ञान शिक्षक (टी.जी.टी) परीक्षा 2016- बालक वर्ग की परीक्षा के अंतर्गत लिखित परीक्षा आयोजित की जा रही है. इस संबंध में अभ्यर्थियों को बहला-फुसलाकर धन उगाही का प्रयास करने, परीक्षा में सॉल्वर उपलब्ध कराने और प्रश्न पत्र लीक कराने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने हेतु शासन व उच्च अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया था.
वहीं उन्होंने बताया कि एसटीएफ फील्ड इकाई प्रयागराज के उप निरीक्षक अनिल कुमार सिंह व धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ टीम ने वाराणसी क्षेत्र में अपराधिक अधिसूचना संकलन में व्यस्त थी कि सूचना मिली कि कैंट स्टेशन वाराणसी के पास आयोजित होने वाली TGT (जीव विज्ञान) की परीक्षा 2016 में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर सॉल्वर उपलब्ध कराने वाले गिरोह का सरगना मौजूद है. वहीं टीम द्वारा एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी टीम को उक्त सूचना से अवगत कराते हुए साथ लेकर कैंट स्टेशन पर सॉल्वर गिरोह के सरगना सहित 2 सदस्यों को पकड़ा गया, जिन्हें साथ लेकर परीक्षा केंद्र श्रीवल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज कोतवाली थाना क्षेत्र में परीक्षा दे रहे रविंद्र चौरसिया (प्रॉक्सी कैंडिडेट) सहित तीन अभियुक्तों को संयुक्त टीम ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से एक एडमिट कार्ड, एक बुकलेट, एक ओएमआर शीट, आधार कार्ड, एक मोबाइल, एटीएम कार्ड, डीएल सहित 2200 रुपये नगद बरामद किया गया है. वहीं गिरफ्तार अभियुक्त अशोक कुमार पाल (सरगना) रविंद्र चौरसिया (सॉल्वर), सुनील कुमार पाल (अभ्यर्थी) अन्य जनपद के रहने वाले हैं.
परीक्षा पास करवाने के एवज में लेते थे 12 से 15 लाख रुपये
वहीं एसटीएफ की पूछताछ में गिरोह का सरगना अशोक कुमार पाल ने बताया कि हम लोग एक संगठित गैंग बनाकर इस धंधे को संचालित करते हैं, जिसमें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराकर पास कराने का ठेका लेते हैं. इसमें हमारा सॉल्वर भी होता है. पेपर आउट कराने वाला भी होता है तथा फोटो मिक्सिंग कर फर्जी आधार कार्ड फर्जी एडमिट कार्ड व अन्य आईडी तैयार करने वाला भी है. परीक्षा पास करवाने की एवज में हम लोग प्रति कैंडिडेट 12 से 15 लाख रुपए लेते हैं. वहीं उसने बताया कि मेरे साथ पकड़ा गया सुनील कुमार पाल जो आज आयोजित हो रही टी.जी.टी (जीव विज्ञान) की परीक्षा का अभ्यर्थी है, जिसका परीक्षा केंद्र श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज थाना क्षेत्र कोतवाली वाराणसी में था. इसके स्थान पर मैंने रविंद्र चौरसिया( प्रॉक्सी कैंडिडेट) को पैसों के एवज में सॉल्वर के रूप में परीक्षा देने हेतु भेजा था. जहां से आप लोगों द्वारा अभ्यर्थी सुनील कुमार पाल के स्थान पर परीक्षा दे रहे रविंद्र चौरसिया सहित दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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