वाराणसी: आपने अभी तक इंसानों के इलाज के लिए तैयार किए जाने वाले मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बारे में तो सुना होगा. लेकिन अब वाराणसी में जानवरों के लिए पहला प्रदेश का पहला मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल खुलने जा रहा है. यहां एक ही छत के नीचे जानवरों का हर तरह के इलाज होंगे. पशुपालकों और किसानों के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी. अब तक लोगों को अपने जानवरों के इलाज के लिए अलग-अलग जगहों पर भटकना पड़ता था. अब वाराणसी में एक ही छत के नीचे बेहतर इलाज उपलब्ध करवाने के लिए यह योजना बनाई गई है.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह ने बताया कि वेटरिनरी हॉस्पिटल को लेकर प्लान काफी पहले तैयार हुआ था. लगभग डेढ़ साल पहले तत्कालीन नगर आयुक्त गौरांग राठी ने इसके लिए दो करोड़ रूपये रिलीज भी किए थे, लेकिन कोविड-19 का दौर शुरू हो जाने के कारण काम शुरू नहीं हो सका और फंड लैप्श कर गया. लेकिन, बाद में इसे लेकर फिर से प्लानिंग आगे बढ़ाई गई और कमिश्नर कौशल राज शर्मा के आगे जब यह प्रस्ताव रखा गया तो उन्होंने इसको मंजूरी दी और इस प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी के सुपुर्द कर दिया. 10 करोड़ रुपये जारी करते हुए स्मार्ट सिटी से हॉस्पिटल तैयार करने के लिए कहा गया है.
डॉक्टर अजय प्रताप सिंह का कहना है कि हॉस्पिटल के बनने से सबसे बड़ा फायदा पूर्वांचल के पशुपालक किसानों को होगा. इसके अलावा जो लोग अच्छी चिकित्सा व्यवस्था के लिए अपने पालतू जानवरों खासतौर कुत्ते और बिल्लियों को लेकर प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर लगाते हैं, उन्हें एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिल जाएंगी. खतरनाक बीमारियों के अलावा, बड़े ऑपरेशन, ब्लड जांच, एक्स-रे, एमआरआई और तमाम वह मंहगी जांचे जो प्राइवेट अस्पतालों में या प्राइवेट वेटरनरी डॉक्टर काफी महंगे रेट पर करते हैं, वह बहुत ही सस्ती दर पर उपलब्ध होंगी.
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि बहुत जल्द वाराणसी के कबीर चौरा स्थित सरकारी पशु चिकित्सालय के कैंपस में ही इस अस्पताल के निर्माण को शुरू किया जाएगा. पहले से ही इस स्थान पर काफी जमीन उपलब्ध है. इसी स्थान को डेवेलप करते हुए यहां पर उत्तर प्रदेश का पहला मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल हॉस्पिटल तैयार किया जाएगा.
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