वाराणसी: काशी के सारनाथ में महात्मा बुद्ध ने लोगों को अपना उपदेश दिया था, जिसके बाद यह बुद्धिस्टों की एक महत्वपूर्ण तपोभूमि बन गई. ऐसे में हर दिन हजारों की संख्या में लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से यहां भ्रमण के लिए आते हैं. यहां आने वाले लोगों को महात्मा बुद्ध की कथा से रुबरू कराने के लिए लाइट एंड साउंड शो की शुरुआत की गई है. अब यह साउंड लाइट शो नए कलेवर में नजर आएगा, जिसमें हिंदी अंग्रेजी के साथ दो अन्य विदेशी भाषाओं को भी शामिल किया गया है.
नई तकनीकि का किया जाएगा इस्तेमाल: उपनिदेशक, पर्यटन आरके रावत ने बताया कि सारनाथ एक बौद्धिस्ट साइट हैं. यहां पर साउथ-ईस्ट एशिया से बहुत से लोग आते हैं. बहुत से देशों के लोग यहां पर आते हैं. महात्मा बुद्ध के इस स्थल को देखने के रोजाना भारी संख्या में टूरिस्ट मौजूद रहते हैं. महात्मा बुद्ध की कथाओं को दिखाने के लिए साउंड एंड लाइट शो का प्रोग्राम पिछले पांच साल से चल रहा है. आज के समय में तकनीक में कुछ बदलाव आए हैं. ऐसे में इसे नए स्वरूप में लोगों के सामने पेश करने जा रहे हैं. हम बेहतरीन क्वालिटी और पिक्चर्स के साथ महात्मा बुद्ध की कथाओं को प्रस्तुत करेंगे.
जोड़ी जाएंगी दो विदेशी भाषाएं: उन्होंने बताया कि हम नई तकनीकि के साउंड एंड लाइट सिस्टम का प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं. अभी तक यह हिन्दी और इंग्लिश भाषा में हुआ करता था. इसे हम अन्य दो और भाषाओं में बनाएंगे. इसमें चाइनीज और जर्मन भाषा को जोड़ा जाएगा. टूरिस्ट्स की संख्या को देखते हुए हम इस प्रस्ताव को जल्द से जल्द पास कराएंगे. आने वाले समय में बनारस आने वाले पर्यटकों को एक नया अनुभव मिलेगा. इसके साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी और इजाफा देखने को मिलेगा.
सारनाथ में चल रहे कई विकास कार्य: बता दें कि नई तकनीकि का प्रयोग, चाइनीज और जर्मन भाषा के प्रयोग से यहां आने वाले विदेशी मेहमान सहजता से अपनी भाषा में महात्मा बुद्ध की जीवनी को साउंड लाइट शो के जरिए जान और समझ सकेंगे. इसके साथ ही यहां आने वाले पर्यटक यहां की व्यवस्था और सौंदर्यीकरण का प्रचार अपने देशों में भी जाकर करेंगे, जिससे कि यहां पर विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना और बढ़ेगी. सारनाथ में इस समय पर्यटन विभाग कई विकास कार्यों को कर रहा है. मल्टीलेवल पार्किंग से लेकर यहां के मंदिर का भी पुनर्निमाण कार्य प्रस्तावित है.
वाराणसी में पर्यटकों की संख्या 10 करोड़ पार: पिछले 7 साल में वाराणसी में पर्यटन का स्वरूप बदल चुका है. वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद से पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वाराणसी में पिछले एक साल में 10 करोड़ से अधिक पर्यटक भ्रमण और दर्शन-पूजन करने पहुंचे हैं. पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2022-2023 के बीच एक वर्ष में दस करोड़ पर्यटक बनारस पहुंचे हैं, जबकि 2021-22 में यह संख्या सात करोड़ थी. इतना ही नहीं पर्यटकों की संख्या बढ़ने से यहां के कारोबार में भी 40 से 50 फीसदी वृद्धि हुई है.
यह भी पढ़े-प्रदेश स्तर पर एजुकेशनल इनोवेशन ऑफ बैंक की होगी स्थापना, जानिए क्या होगा खास