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वाराणसी: स्मृति ईरानी ने दूर की बुजुर्ग महिला की चिंता, डाकघर में जमा रकम दिलाई वापस

वाराणसी के दौरे पर आईं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पैसे के अभाव में बेटी की शादी पर मंडराते संकट से घिरीं बुजुर्ग चिंता देवी की समस्या का तत्काल समाधान करा दिया. स्मृति ईरानी से चिंता देवी ने बताया कि उनके पति ने बेटी की शादी के लिए डाकखाने में पैसे जमा किए थे, लेकिन डाकखाने में हुए घोटाले के कारण उनका पैसा निकल नहीं पा रहा है. वहीं, बेटी सुमन की 15 जून को शादी को लेकर भी चिंता जताई. जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए स्मृति ईरानी ने चिंता देवी की चिंता दूर कर दी.

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Published : Jun 8, 2022, 8:28 AM IST

वाराणसी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हस्तक्षेप पर सालों से पैसे के लिए भटक रहीं बुजुर्ग महिला चिंता देवी को डाक विभाग ने 7 लाख रुपये का भुगतान महज 8 घंटे में कर दिया. यही नहीं मंगलवार को पीड़ित महिला के घर जाकर विभाग के अफसर ने 7 लाख 1 हजार 10 रुपये का चेक खुद सौंपा.

दरअसल, बनारस दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी स्वच्छता अभियान में भाग लेने भीमनगर पहुंची थीं, जिसकी जानकारी स्थानीय निवासी बुजुर्ग महिला चिंता देवी को हुई. आनन-फानन में चिंता देवी स्वच्छता अभियान स्थल पर पहुंची, लेकिन स्मृति ईरानी को पहचान न सकी. इस दौरान वहां मौके पर उपस्थित क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, विधायक सौरभ श्रीवास्तव से कहा कि मैं बड़ी मुसीबत में हूं मुझे मंत्री जी से मिलना है. बीजेपी नेताओं ने बिना देर किए चिंता देवी की मुलाकात स्मृति ईरानी से कराई.

भीमनगर में मंगलवार को पहुंचीं स्मृति ईरानी से चिंता देवी ने बताया कि उनके पति ने बेटी की शादी के लिए डाकखाने में पैसे जमा किए थे, लेकिन डाकखाने में हुए घोटाले के कारण पैसा निकल नहीं पा रहा है. वहीं, बेटी सुमन की 15 जून को शादी को लेकर चिंता भी जताई. साथ ही पैसे निकलवाने का आग्रह भी किया. जिस पर केंद्रीय मंत्री ने चिंता देवी से पोस्ट ऑफिस चलने की बात कहीं. तभी बीजेपी नेताओं ने बताया कि आज डाकघर बंद है. इस पर स्मृति ईरानी ने क्षेत्रीय पार्षद दिनेश यादव को निर्देश दिया कि पोस्ट ऑफिस खुलते ही चिंता देवी को वहां ले जाकर रुपये निकलवाने में मदद करें और अगर किसी प्रकार की कोई दिक्कत होगी तो वह खुद पोस्ट ऑफिस पहुंचेंगी.

केंद्रीय मंत्री के निर्देश पर पार्षद दिनेश, चिंता देवी को लेकर पूर्वाह्न में डाकघर पहुंचे तो वहां फाइल न मिलने की बात बताई गई. इस पर पार्षद ने बीजेपी महानगर के महामंत्री नवीन कपूर से डाक अधीक्षक सीपी तिवारी से बात करने को कहे. महामंत्री के फोन करने के बावजूद डाक अधीक्षक टालमटोल करते हुए बोले कि पैसा निकालने में 15 दिन का समय लगेगा. इस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने खुद डाक अधीक्षक से बात की तो वहां भी हिला हवाली करने लगे. इस पर सख्त हुई स्मृति ईरानी ने केंद्रीय राज्यमंत्री (डाक) देवी सिंह चौहान को फोन किया और पूरी घटना की जानकारी दी.

मामले को संज्ञान लेते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री ने डाक विभाग के आला अफसर को निशाने पर लिया. अंतत: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मेहनत रंग लाई और डाक विभाग ने चेक बनाकर चिंता देवी को दे दिया. प्रवक्ता नवरतन राठी ने बताया कि डाक विभाग ने चिंता देवी और उनकी दो पुत्रियों नीतू भारती व कल्पना भारती के नाम क्रमश: 27,235 रुपये, 1,58,960 रुपये और 5,14,815 रुपये का चेक बनाकर उपलब्ध करा दिया है.

चेक मिलते ही चिंता की ‘चिंता’ दूर हो गई और वह केंद्रीय मंत्री को आर्शीवाद देते हुए बोलीं, अब मेरी बेटी की शादी आसानी से हो जाएगी और उनके पिता की आत्मा को शांति मिली होगी.

इसे भी पढे़ं- स्मृति ईरानी ने काशी की गलियों में उठाया गोबर, जानिए क्यों किया ऐसा

वाराणसी: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हस्तक्षेप पर सालों से पैसे के लिए भटक रहीं बुजुर्ग महिला चिंता देवी को डाक विभाग ने 7 लाख रुपये का भुगतान महज 8 घंटे में कर दिया. यही नहीं मंगलवार को पीड़ित महिला के घर जाकर विभाग के अफसर ने 7 लाख 1 हजार 10 रुपये का चेक खुद सौंपा.

दरअसल, बनारस दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी स्वच्छता अभियान में भाग लेने भीमनगर पहुंची थीं, जिसकी जानकारी स्थानीय निवासी बुजुर्ग महिला चिंता देवी को हुई. आनन-फानन में चिंता देवी स्वच्छता अभियान स्थल पर पहुंची, लेकिन स्मृति ईरानी को पहचान न सकी. इस दौरान वहां मौके पर उपस्थित क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, विधायक सौरभ श्रीवास्तव से कहा कि मैं बड़ी मुसीबत में हूं मुझे मंत्री जी से मिलना है. बीजेपी नेताओं ने बिना देर किए चिंता देवी की मुलाकात स्मृति ईरानी से कराई.

भीमनगर में मंगलवार को पहुंचीं स्मृति ईरानी से चिंता देवी ने बताया कि उनके पति ने बेटी की शादी के लिए डाकखाने में पैसे जमा किए थे, लेकिन डाकखाने में हुए घोटाले के कारण पैसा निकल नहीं पा रहा है. वहीं, बेटी सुमन की 15 जून को शादी को लेकर चिंता भी जताई. साथ ही पैसे निकलवाने का आग्रह भी किया. जिस पर केंद्रीय मंत्री ने चिंता देवी से पोस्ट ऑफिस चलने की बात कहीं. तभी बीजेपी नेताओं ने बताया कि आज डाकघर बंद है. इस पर स्मृति ईरानी ने क्षेत्रीय पार्षद दिनेश यादव को निर्देश दिया कि पोस्ट ऑफिस खुलते ही चिंता देवी को वहां ले जाकर रुपये निकलवाने में मदद करें और अगर किसी प्रकार की कोई दिक्कत होगी तो वह खुद पोस्ट ऑफिस पहुंचेंगी.

केंद्रीय मंत्री के निर्देश पर पार्षद दिनेश, चिंता देवी को लेकर पूर्वाह्न में डाकघर पहुंचे तो वहां फाइल न मिलने की बात बताई गई. इस पर पार्षद ने बीजेपी महानगर के महामंत्री नवीन कपूर से डाक अधीक्षक सीपी तिवारी से बात करने को कहे. महामंत्री के फोन करने के बावजूद डाक अधीक्षक टालमटोल करते हुए बोले कि पैसा निकालने में 15 दिन का समय लगेगा. इस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने खुद डाक अधीक्षक से बात की तो वहां भी हिला हवाली करने लगे. इस पर सख्त हुई स्मृति ईरानी ने केंद्रीय राज्यमंत्री (डाक) देवी सिंह चौहान को फोन किया और पूरी घटना की जानकारी दी.

मामले को संज्ञान लेते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री ने डाक विभाग के आला अफसर को निशाने पर लिया. अंतत: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मेहनत रंग लाई और डाक विभाग ने चेक बनाकर चिंता देवी को दे दिया. प्रवक्ता नवरतन राठी ने बताया कि डाक विभाग ने चिंता देवी और उनकी दो पुत्रियों नीतू भारती व कल्पना भारती के नाम क्रमश: 27,235 रुपये, 1,58,960 रुपये और 5,14,815 रुपये का चेक बनाकर उपलब्ध करा दिया है.

चेक मिलते ही चिंता की ‘चिंता’ दूर हो गई और वह केंद्रीय मंत्री को आर्शीवाद देते हुए बोलीं, अब मेरी बेटी की शादी आसानी से हो जाएगी और उनके पिता की आत्मा को शांति मिली होगी.

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