वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरिडोर का काम लगभग 55 फीसदी पूरा हो गया है. इस काम के पूरा होने के साथ ही अब मंदिर प्रशासन फाइनल टच पर जोर दे रहा है. इसे लेकर तरह-तरह की प्लानिंग हो रही है. कॉरिडोर की सुरक्षा को लेकर भी फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है. लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत से सुरक्षा संसाधनों की खरीद फरोख्त कर पूरे परिसर को सिक्योर करने की कवायद की जा रही है. इसके लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नर कार्यालय की तरफ से सुरक्षा का पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है.
स्कैनर से कंट्रोल रूम तक होगा हाईटेक
श्री काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण अगस्त 2021 तक पूरा होना था. उसे अब इस साल के अंत तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए लगातार अधिकारी बैठक कर रहे हैं. इसी बैठक के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत से हाईटेक सिक्योरिटी उपकरण खरीदने की सहमति बनी है, जिसका पूरा लेखा-जोखा तैयार किया जा रहा है. इसके लिए शासन स्तर पर पुलिस कमिश्नर कार्यालय से रिपोर्ट मांगी गई है. इन संसाधनों में हाईटेक सीसीटीवी कैमरों के साथ ही मेटल डिटेक्टर, स्कैनर और हाईटेक कंट्रोल रूम शामिल होगा, जो परिसर में ही बनाया जाएगा.
शासन को भेजा जाएगा प्रस्ताव
इसके अलावा मंदिर परिसर में तैयार होने वाले कुल 24 भवनों में फर्नीचर से लेकर अन्य कार्य को भी फाइनल टच देने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है. कॉरिडोर में कुल 4 बड़े भवन बनाए जाने हैं, जिन पर पहले 35 करोड़ रुपये फाइनल टच और सजाने के लिए खर्च होने का अनुमान था, लेकिन अब माना जा रहा है कि लगभग 40 करोड़ इसमें खर्च होंगे. इसके अलावा भवन कैफेटेरिया और गंगा दर्शन के लिए बनाई जाने वाली गैलरी के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है.
55 फीसदी कार्य पूरा
माना जा रहा है कि जल्द ही शासन से अनुमति मिलने के बाद नए सिरे और नए बजट के साथ इस काम को आगे बढ़ाया जाएगा. कोई बारे में वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से काम की रफ्तार थोड़ी धीमी हो गई है, लेकिन अब 55 फीसदी काम पूरा होने के बाद फाइनल टेस्ट के काम को तेजी से आगे बढ़ाए जाने की प्लानिंग हो रही है. फर्नीचर से लेकर अन्य सजावटी चीजों की खरीद-फरोख्त और उसे लेकर शासन स्तर से प्रस्ताव मांगा गया है, जिसे जल्द तैयार कर भेजा जाएगा.
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