वाराणसी: अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए शुक्रवार से विश्व हिंदू परिषद ने पूरे देश में श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान की शुरुआत कर दी है. वाराणसी में इस अभियान की शुरुआत श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के साथ हुई. यहां पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों की टोलियां सुबह ही बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंची. जहां मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्र के नेतृत्व में पूजन-पाठ संपन्न कराया गया. श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान के लिए तैयार की गई धन संग्रह की रसीदें और कूपन को बाबा विश्वनाथ को समर्पित किया गया.
अभियान की शुरुआत के लिए विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह के साथ शहर उत्तरी और शहर दक्षिणी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. काशी को उत्तर और दक्षिण जिले के रूप में बांटे गए इस अभियान को 24 महानगरों में डिवाइड किया गया है. कुल 1500 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की टोलियां धन संग्रह के लिए लगाई गई हैं. 15 जनवरी से पूरे शहर में टोलियों के रूप में घर-घर संपर्क के लिए कार्यकर्ता आज से निकलना शुरू कर दिए. शुभारंभ के दिन विशेष अभियान के तहत अभियान प्रमुख राजन तिवारी, अभियान सह प्रमुख सुरेंद्र अग्रहरि के नेतृत्व में शहर के नाम नामचीन व्यक्तियों से संपर्क कर उनसे धन संग्रह किया जाएगा. इसके अलावा महिलाओं की टोलियां भी विशेष संपर्क के लिए अलग-अलग हिस्सों में जाएंगी.
विश्व हिंदू परिषद इस अभियान के लिए 'एक भी हिंदू छूटा, आध्यात्मिक चक्र टूटा' के उद्घोष के साथ विश्व हिंदू परिषद इस अभियान को आगे बढ़ाएगा. पंद्रह सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं की टोलियां 24 नगरों में विभाजित किए गए. जो अलग-अलग घरों से संपर्क कर लोगों से धन संग्रह की शुरुआत करेंगे. यह अभियान रविदास जयंती तक चलेगा, जिसमें बड़े दानदाताओं को रसीद देकर धन संग्रह किया जाएगा. 10 से लेकर 1000 रुपये तक दान करने वाले लोगों को विशेष कूपन दिए जाएंगे.
वाराणसी से 22 करोड़ का राशि एकत्रित करने का लक्ष्य
विश्व हिंदू परिषद ने वाराणसी में धन संग्रह के लिए 22 करोड़ रुपये से ज्यादा का टारगेट रखा है. जिसके लिए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय स्वयं वाराणसी का दौरा भी कर चुके हैं. उन्होंने व्यापारिक संगठनों के साथ ही उद्योगपतियों से भी मुलाकात कर धन संग्रह अभियान को सफल बनाने की अपील की थी.