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पुराने मॉडल के अनुसार हो राम मंदिर का निर्माण : स्वामी वासुदेवानंद - वाराणसी समाचार

यूपी के वाराणसी में पहुंचे शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने यहां पत्रकारों से वार्ता की. उन्होंने कहा कि राममंदिर का जो मॉडल पूर्व में पूरे देश में घूमा था उसी के अनुसार मंदिर का निर्माण होना चाहिए.

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शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती
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Published : Feb 13, 2020, 8:38 PM IST

वाराणसी: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती गुरुवार को वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर जल्द ही कार्य शुरू होने की बात कही. इसी के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रामालय ट्रस्ट की तरफ से राम मंदिर निर्माण के लिए बातें कहना और विरोध करना सरासर गलत है. कोर्ट ने यह अधिकार भारत सरकार को दिया था और भारत सरकार ने जो सही समझा उस आधार पर ट्रस्ट का निर्माण किया है.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती.

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने साफ तौर पर कहा कि जो मॉडल पूरे देश में घूमा है उसी आधार पर राम मंदिर का निर्माण हो यह सभी की ख्वाहिश है, लेकिन 19 फरवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रस्ट की पहली बैठक में बहुत सी चीजें साफ हो जाएंगी.


दिल्ली में होगी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक
शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि 19 तारीख को ट्रस्ट की बैठक में दिल्ली में जो निर्णय होगा वह सर्वमान्य होगा. मंदिर के जिस मॉडल को देशभर में भ्रमण कराया गया था उसी के अनुसार मंदिर का निर्माण कराया जाएगा, क्योंकि इस स्वरूप पर विश्वास करके ही जनता ने सवा-सवा रुपए दान में देकर आठ करोड़ से ज्यादा रुपए जन्मभूमि न्यास को दिए थे. जिसमें से पत्थर बनकर तैयार हुए हैं. अभी भी एक करोड़ नौ हजार न्यास के खाते में पड़े हुए हैं.

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती और उनके शिष्य की तरफ से चल रहे विरोध पर कहा कि स्वामी स्वरूपानंद बड़े-बुजुर्ग हैं. वह हमारी पीठ के शिष्य हैं, मैं उनकी बातों का प्रतिकार नहीं करता हूं, लेकिन ट्रस्ट बनाने का दायित्व सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार को दिया था. सरकार ने जो सही समझा वही किया.

वासुदेवानंद सरस्वती ने उमा भारती और कल्याण सिंह की तरफ से ट्रस्ट में पिछड़ी जाति के सदस्य को रखने की मांग पर कहा कि देश में हर कोई अपने हिसाब से ट्रस्ट बनाने की मांग कर रहा है, लेकिन यह कैसे और कब होना चाहिए यह तो कार्य करने वाले लोग ही डिसाइड करेंगे. राममंदिर के पूर्ण निर्माण की तिथि पर कहा कि राम मंदिर कब तक बन जाएगा यह तो भगवान राम जानते हैं, लेकिन प्रयास है कि शीघ्र अति शीघ्र इसका निर्माण हो.

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी का कुछ ऐसा होगा स्वागत, बन रहे हार्ट शेप फ्लावर गेट

वाराणसी: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती गुरुवार को वाराणसी पहुंचे. यहां उन्होंने राम मंदिर निर्माण को लेकर जल्द ही कार्य शुरू होने की बात कही. इसी के साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि रामालय ट्रस्ट की तरफ से राम मंदिर निर्माण के लिए बातें कहना और विरोध करना सरासर गलत है. कोर्ट ने यह अधिकार भारत सरकार को दिया था और भारत सरकार ने जो सही समझा उस आधार पर ट्रस्ट का निर्माण किया है.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती.

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने साफ तौर पर कहा कि जो मॉडल पूरे देश में घूमा है उसी आधार पर राम मंदिर का निर्माण हो यह सभी की ख्वाहिश है, लेकिन 19 फरवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रस्ट की पहली बैठक में बहुत सी चीजें साफ हो जाएंगी.


दिल्ली में होगी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक
शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि 19 तारीख को ट्रस्ट की बैठक में दिल्ली में जो निर्णय होगा वह सर्वमान्य होगा. मंदिर के जिस मॉडल को देशभर में भ्रमण कराया गया था उसी के अनुसार मंदिर का निर्माण कराया जाएगा, क्योंकि इस स्वरूप पर विश्वास करके ही जनता ने सवा-सवा रुपए दान में देकर आठ करोड़ से ज्यादा रुपए जन्मभूमि न्यास को दिए थे. जिसमें से पत्थर बनकर तैयार हुए हैं. अभी भी एक करोड़ नौ हजार न्यास के खाते में पड़े हुए हैं.

स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती और उनके शिष्य की तरफ से चल रहे विरोध पर कहा कि स्वामी स्वरूपानंद बड़े-बुजुर्ग हैं. वह हमारी पीठ के शिष्य हैं, मैं उनकी बातों का प्रतिकार नहीं करता हूं, लेकिन ट्रस्ट बनाने का दायित्व सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार को दिया था. सरकार ने जो सही समझा वही किया.

वासुदेवानंद सरस्वती ने उमा भारती और कल्याण सिंह की तरफ से ट्रस्ट में पिछड़ी जाति के सदस्य को रखने की मांग पर कहा कि देश में हर कोई अपने हिसाब से ट्रस्ट बनाने की मांग कर रहा है, लेकिन यह कैसे और कब होना चाहिए यह तो कार्य करने वाले लोग ही डिसाइड करेंगे. राममंदिर के पूर्ण निर्माण की तिथि पर कहा कि राम मंदिर कब तक बन जाएगा यह तो भगवान राम जानते हैं, लेकिन प्रयास है कि शीघ्र अति शीघ्र इसका निर्माण हो.

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