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काशी में भारत रत्न पंडित रविशंकर को किया गया याद - sitar player pandit ravi shankar

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भारत रत्न पंडित रविशंकर सितार वादक की सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इनकी पुण्यतिथि पर उनके पुत्र और शिष्य ने कला की प्रस्तुति देकर श्रद्धांजलि दी.

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सितार वादक पंडित रविशंकर सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
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Published : Dec 13, 2019, 12:34 AM IST

वाराणसी : भारत रत्न पंडित रविशंकर सितार वादक के सातवीं पुण्यतिथि पर उनके पुत्र और शिष्य ने अपने कला की प्रस्तुति से श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत रत्न पंडित रविशंकर 7 अप्रैल 1920 को बनारस में जन्मे थे. पंडित रविशंकर ने अपने सितार वादन से पूरे विश्व को अपना मुरीद बना दिया. 12 दिसंबर 2012 को 92 वर्ष की उम्र में ये महान कलाकार हम सबको छोड़कर चला गया.

सितार वादक पंडित रविशंकर सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
विश्व प्रसिद्ध तुलसी घाट पर पंडित रविशंकर म्यूजिक फाउंडेशन के बैनर तले कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती गान से किया गया. सभी महानुभाव ने दीप प्रज्वलित कर पंडित जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही रविशंकर जी के पौत्र और बेहद प्रतिभाशाली बाल कलाकार आर्यन चटर्जी ने अपने सरोद वादन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.

पूरे विश्व में उन्होंने अपने सितार वादन से जो कीर्तिमान स्थापित किया है. उसी के तहत हम लोगों ने गुरुवार को विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए. कार्यक्रम में उनके पौत्र मास्टर आर्यन ने शानदार प्रस्तुति दी. उसके बाद उनके शिष्यों ने अपनी गायन और वादन प्रस्तुति से महाराज जी को याद किया.
नवअरुण चटर्जी,भांजा, पंडित रविशंकर

वाराणसी : भारत रत्न पंडित रविशंकर सितार वादक के सातवीं पुण्यतिथि पर उनके पुत्र और शिष्य ने अपने कला की प्रस्तुति से श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत रत्न पंडित रविशंकर 7 अप्रैल 1920 को बनारस में जन्मे थे. पंडित रविशंकर ने अपने सितार वादन से पूरे विश्व को अपना मुरीद बना दिया. 12 दिसंबर 2012 को 92 वर्ष की उम्र में ये महान कलाकार हम सबको छोड़कर चला गया.

सितार वादक पंडित रविशंकर सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
विश्व प्रसिद्ध तुलसी घाट पर पंडित रविशंकर म्यूजिक फाउंडेशन के बैनर तले कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती गान से किया गया. सभी महानुभाव ने दीप प्रज्वलित कर पंडित जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही रविशंकर जी के पौत्र और बेहद प्रतिभाशाली बाल कलाकार आर्यन चटर्जी ने अपने सरोद वादन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.

पूरे विश्व में उन्होंने अपने सितार वादन से जो कीर्तिमान स्थापित किया है. उसी के तहत हम लोगों ने गुरुवार को विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए. कार्यक्रम में उनके पौत्र मास्टर आर्यन ने शानदार प्रस्तुति दी. उसके बाद उनके शिष्यों ने अपनी गायन और वादन प्रस्तुति से महाराज जी को याद किया.
नवअरुण चटर्जी,भांजा, पंडित रविशंकर

Intro:भारत रत्न पंडित रविशंकर सितार वादक के सातवीं पुण्यतिथि पर उनके पुत्र और शिष्य ने अपने कला की प्रस्तुति से श्रद्धांजलि अर्पित किया। 7 अप्रैल 1920 को बनारस में जन्मे या विश्व विख्यात कलाकार अपनी सितार वादन से पूरे विश्व को अपना मुरीद बना दिया। 12 दिसंबर 2012 को 92 वर्ष की उम्र में अमेरिका में बनारस घर आने का महान कलाकार हम सब को छोड़कर चला गया।


Body:विश्व प्रसिद्ध तुलसी घाट पर पंडित रविशंकर म्यूजिक फाउंडेशन के बैनर तले कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती गान से किया गया। सभी महानुभाव ने दीप प्रज्वलित कर पंडित जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और उनको विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही रविशंकर जी के पौत्र और बेहद प्रतिभाशाली बाल कलाकार आर्यन चटर्जी ने अपने सरोद वादन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। रविशंकर जी के शिष्य मदनलाल गंधर्व एवं नंदलाल गंधर्व ने गायन किया। पंडित शिवदास चक्रवर्ती ने सरोद वादन कर भारत रत्न को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।


Conclusion:नवअरुण चटर्जी ने बताया भारत रत्न पंडित रविशंकर जी की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर तुलसी घाट पर हम लोगों ने उन्हें याद किया। उनको याद भी कला के माध्यम से किया गया। क्योंकि उन्हें कला बहुत प्रिय था। पूरे विश्व में उन्होंने अपनी सितार वादन से भारत का जो कीर्तिमान स्थापित किया है। उसी के तहत हम लोगों ने आज विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में उनके पौत्र मास्टर आर्यन ने शानदार प्रस्तुति किया। उसके बाद उनके शिष्यों ने अपनी गायन और वादन प्रस्तुति से महाराज जी को याद किया।

बाईट :-- नवअरुण चटर्जी,भांजा, पंडित रविशंकर।

आशुतोष उपाध्याय
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