वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास वाराणसी में पूर्व से कार्यरत लिपिकों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. कार्य में रुचि न लेने, भ्रष्टाचार, पत्रावलियों की हेराफेरी के आरोप लगे. वित्तीय अनियमितताओं से सम्बन्धित शिकातयों की जांच के सम्बन्ध में आयुक्त वाराणसी मण्डल ने वाराणसी के जिलाधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया है. इस संदर्भ में जिलाधिकारी वाराणसी में इन तीनों कर्मचारियों के खिलाफ साक्ष्य एकत्रित करने के लिए सार्वजनिक रूप से लोगों से डिजिटल और फिजिकल माध्यम से साक्ष्य उपलब्ध करवाने की अपील की है.
जिलाधिकारी वाराणसी कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी के न्यास में कार्यरत 3 कर्मचारी अरुण कुमार मिश्र वरिष्ठ लिपिक, शिवभूषण द्विवेदी कम्प्यूटर सहायक और संजय चतुर्वेदी लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार, आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करना, न्यास व मंदिर से जुड़े हुए वित्तीय दायित्वों का नाजायज लाभ उठाकर धनराशि की हेराफेरी करना, महत्वपूर्ण पत्रावलियां गायब करना, मंदिर के बाहरी व्यक्तियों के नाम से मंदिर के कम्प्यूटर पर शिकायतें टाइप करना, मंदिर व न्यास की प्रतिष्ठा के विरूद्ध कार्य करना, अपने दिए गए दायित्वों का निर्वहन न करना, परिचित यजमानों को दर्शन कराना और कार्यालय समवावधि में मंदिर परिसर में उपस्थित रहकर लोगों को दर्शन कराना आदि शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
इस दौरान यह भी जानकारी सामने आ रही है कि उपरोक्त गतिविधियों से जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण पत्रावलियां इनके द्वारा गायब कर दी गई हैं. इसलिए तीनों कर्मचारियों के विरुद्ध सार्वजनिक साक्ष्य संकलन आवश्यक है. जिलाधिकारी वाराणसी कार्यालय ने लोगों से अपील की है कि उपरोक्त तीनों कर्मचारियों के विरुद्ध आरोपित कृत्यों के सम्बन्ध में कोई भी जन साधारण साक्ष्य देना चाहते हैं तो बन्द लिफाफे में जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में या मेल आईडी dmvar18@gmail.com पर मेल द्वारा प्रेषित कर सकता है. यदि कोई मौखिक रूप से मिलकर साक्ष्य, सबूत अथवा महत्वपूर्ण जानकारी देना चाहते है तो जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में सम्पर्क करें. साक्ष्य उपलब्ध कराने की कार्यवाही 16 सितंबर 2022 से 23 सितंबर 2022 तक की जा सकती है.
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