वाराणसी : यूपी की राजनीति में मंगलवार की सुबह उस वक़्त सुगबुगाहट तेज हो गयी जब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के मुखिया और योगी सरकार (Yogi Government) में पूर्व मंत्री रहे ओपी राजभर (OP Rajbhar) लखनऊ में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) से मिलने पहुंच गये. इन दोनों नेताओं की घंटों चली मुलाकात के बाद यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से पहले नये सियासी गठजोड़ के कयास लगने लगे. लेकिन, इन कयासों पर सुभासपा (SBSP) ने विराम लगाते हुए इस मुलाकात को सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात बताया. पार्टी ने कहा कि 2022 का विधानसभा चुनाव भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ ही लड़ा जाएगा.
सुभासपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शशिप्रताप सिंह (Shashi Pratap Singh) ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर ने लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात की. इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है, लेकिन इसका कोई राजनैतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. ओमप्रकाश राजभर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. वह पूर्व मंत्री भी हैं. वर्तमान में वह विधायक भी हैं. इस नाते वह किसी भी दल के अध्यक्ष से मिल सकते हैं. उसको राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए.
शशिप्रताप सिंह का कहना है कि भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह पटेल पिछड़े समाज के नेता हैं. उनसे मिलना पिछड़े समाज के कल्याण के बारे में चर्चा करना है. इसको गठबंधन से जोड़ कर देखना सही नहीं है. भागीदारी संकल्प मोर्चा हमारा गठबंधन है और यह सभी 403 सीटों पर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी. विकल्प सभी के लिए खुले हैं. भाजपा के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनकर तैयार हो रहा है. इसमें 10 दल शामिल हैं. आगे कई दल लाइन में हैं. मोर्चे के साथ चलने के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस, लोकदल सभी लोग तैयार हैं.
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