वाराणसी: 90 वर्षीय काशी के पूर्व डोम राजा जगदीश चौधरी की मां सारंगा देवी का रविवार को निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं. उन्होंने रविवार शाम करीब चार बजे अंतिम सांस ली. सोमवार को मणिकर्णिका घाट पर उनका दाह संस्कार किया गया. सारंगा देवी को मुखाग्नि उनके पोते भावी डोम राजा हरिओम नारायण ने दी.
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कई दिनों से बीमार थीं सारंगा देवी
सारंगा देवी की तबीयत काफी दिनों से खराब चल रही थी. हालत अधिक बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन वो अस्पताल पहुंच पाती तब तक उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. सारंगा देवी के पुत्र डोम राजा जगदीश चौधरी का पिछले साल अगस्त महीने में ही निधन हो चुका है, डोम राजा के निधन पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की थी.
300 मन लकड़ी से हुआ दाह संस्कार
सारंगा देवी का दाह सस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया. दाह संस्कार में 300 मन यानि कि 12000 किलो लकड़ी का प्रयोग किया गया.
जगदीश चौधरी को मरणोपरांत मिला पद्मश्री
डोम राजा जगदीश चौधरी को मरणोपरांत पद्मश्री से नवाजा गया था. समाजसेवा के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए सरकार ने ये अवार्ड दिया था. जगदीश चौधरी 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के प्रस्तावक भी थे.