वाराणसी: वाराणसी के अस्सी घाट पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोज किया गया, जिमसें गायन, नृत्य व नृत्य नाटिका से कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. संस्कार भारती और आईपीएएफ नई दिल्ली की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में प्रख्यात कलाकार कुमार अभिषेक समेत कई अन्य ने प्रस्तुति दी. वहीं, इस कार्यक्रम में शामिल विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने एक मंच से अपनी प्रतिभा को दिखाने के साथ ही एकता व अमन का पैगाम देने की कोशिश की.
कार्यक्रम में प्रख्यात कलाकार कुमार अभिषेक के बटोहिया के भारत दर्शन गीत 'सुंदर सुभूमि भैया भारत के देसवा से' को सुनकर वहां मौजूद श्रोता भावुक हो गए. इसके बाद 'तेरी बीती रे उमरिया...', 'गंगा तेरा अमृत धारा' और भगवान शिव की भजनों को सुनकर लोग संगीत रूपी आस्था की गंगा में डुबकी लगाते नजर आए. कार्यक्रम में डॉ. मधुमिता भट्टाचार्य ने शास्त्रीय संगीत के राग केदार में द्रुत ख्याल, दादरा और शिव भजन सुनाकर काशी के मूल संगीत से परिचित कराया तो नृत्य के क्रम में अन्वेषा बरुआ ने शानदार प्रस्तुति दी.
वहीं, मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुईं मधुमिता भट्टाचार्य ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों व प्रदेशों से आए कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित होने चाहिए, क्योंकि इससे कलाकारों के साथ ही श्रोताओं को भी बहुत कुछ सीखने व जानने को मिलता है. इधर, कुमार अभिषेक ने कहा कि आईपीएएफ की ओर से कलाकारों को मंच प्रदान किया गया. आज के समय में कलाकारों को मंच मिलना ही बहुत बड़ी बात है और यह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि ऐसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से कलाकार का भी विकास होता है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप