वाराणसी: चर्चित बलिया खाद्यान्न घोटाले में तत्कालीन ब्लाक प्रमुख सीयर को ईओडब्लू वाराणसी ने गिरफ्तार कर लिया. ईओडब्लू की टीम तत्कालीन ब्लाक प्रमुख सीयर भीम प्रसाद को वाराणसी के स्टेट बैंक आफ इण्डिया की कचहरी शाखा के पास से गिरफ्तार किया है. अभियुक्त की गिरफ्तारी मु०अ०सं०-82 बी / 2006 धारा-409/419/420/467/468/471/218/201, 120बी / 34 मा० द० वि० व 13 (2) भ्र०नि०अधि० थाना-उभाव, जनपद- बलिया अन्तर्गत की गयी है. गिरफ्तार अभियुक्त को भ्रस्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में पेश किया गया है.
वर्ष 2002 से 2005 के बीच बलिया में सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना को लागू किया गया था. इस कार्यक्रम को सही और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए शीर्ष अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी. योजना के तहत जनपद के विभिन्न गांवों में मिटटी, नाली निर्माण, खडन्जा निर्माण, पटरी मरम्मत कार्य, सम्पर्क मार्ग निर्माण, पुलिया निर्माण कार्य आदि के लिए श्रमिकों का चयन किया जाना था. श्रमिकों को श्रम के बदले खाद्यान्न और नकद पैसे दिए जाने का निर्देश था.
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मिलीभगत कर योजना को लगाया चूना: वाराणसी की आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन ने जांच में पाया कि जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों ने तत्कालीन ब्लाक प्रमुख सीयर एवं कोटेदारों से मिलीभगत कर पेमेण्ट आर्डर, मास्टर रोल एवं खाद्यान्न वितरण रजिस्टर में जालसाजी कर इस योजना को जबरदस्त चूना लगाया है. यही नहीं श्रमिकों का चयन भी मनमानी तरीके से किया गया. यही नहीं मास्टर रोल में दर्शाये गये श्रमिकों के नाम, पता भी फर्जी पाए गए.
इस तरह मानक के अनुरूप कार्य न कराकर जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों वकर्मचारियों ने ब्लाक प्रमुख एवं कोटेदारों से मिलीभगत कर सरकारी धन व खाद्यान्न का गबन कर लिया गया. आर्थिक अपराध अनुसंधान की टीम में निरीक्षक अरविन्द कुमार, निरीक्षक विजय प्रकाश यादव मुख्य आरक्षी विनोद यादव एवं आरक्षी प्रिन्स तिवारी, राज सिंह शामिल थे.
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