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संत अविमुक्तेश्वरानंद ज्ञानवापी में नहीं कर पाएंगे जलाभिषेक, प्रशासन ने लगाई रोक

ज्ञानवापी मस्जिद विवाद
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद
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Published : Jun 3, 2022, 3:26 PM IST

Updated : Jun 3, 2022, 7:31 PM IST

18:42 June 03

वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद में अब जालाभिषेक नहीं कर सकेंगे. प्रशासन ने संतों को ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति नहीं दी है. गौरतलब है कि जिस स्थान पर शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है, उस स्थान पर संत समाज ने पूजा करने का ऐलान किया है. संत अविमुक्तेश्वरानन्द ने 4 जून को ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने के दावे वाले स्थान पर जलाभिषेक करने के लिए कहा है.

पुलिस ने ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की नही दी अनुमति
पुलिस ने ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की नही दी अनुमति

श्री विद्या मठ के पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने 4 जून यानी शनिवार को ज्ञानवापी परिसर के अंदर पूजा करने का ऐलान किया है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने ज्ञानवापी में पूजा करने के लिए पत्र लिखकर प्रशासन से अनुमति मांगी थी. प्रशासन ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्ञानवापी में जाने की अनुमति नहीं दी है. डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि किसी भी तरह की अनुमति नहीं दी गई है. कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

डीसीपी आरएस गौतम ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर के संबंध में सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और सिविल जज सीनियर डिविजन के यहां वाद विचाराधीन है. उस स्थल को कोर्ट के आदेश से सील किया गया है. विवादित परिसर सीआरपीएफ की सुरक्षा घेरे में है. ऐसे में शांति व कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा पूजा करने की अनुमति की मांग को खारिज कर दिया गया है.

अनुमति न देने के संबंध में सूचित करा दिया गया है. इसके बावजूद भी यदि कोई कानून का उल्लंघन एवं शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश करता है, तो उसके विरूद्ध कठोरतम विधिक कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश पर ज्ञानवापी परिसर में भगवान आदि विश्वेश्वर की पूजा-अर्चना करने का ऐलान किया था.

श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन की अपील, घर में रहकर करें आदि विश्वेशर की पूजा
ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी का मामला एक बार फिर चर्चा में है. ज्ञानवापी में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद उस स्थान को कोर्ट के आदेश पर सील किया गया है. ज्ञानवापी के प्रतिबंधित स्थान पर सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा में तैनात हैं. ऐसे महौल के बीच श्री विद्या मठ के पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने 4 जून यानी शनिवार को ज्ञानवापी परिसर के अंदर पूजा करने का ऐलान किया है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के ऐलान के बाद माहौल गर्म हो गया.

बिगड़ते माहौल के बीच श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन ने लोगों के अपील की है कि घर में रहकर भगवान आदि विश्वेशर की पूजा करें. श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह का कहना है कि कुछ लोग कोर्ट के आदेश के बाद भी शिवलिंग की पूजा-अर्चना करना चाहते हैं. उन्होंने अपील की है कि लोग ऐसा ना करें, घरों में ही आदि विश्वेशर की पूजा करें.

श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने बताया कि ज्ञानवापी में जो शिवलिंग मिला है, उसके प्रति आत्मक रूप से गौरी केदारेश्वर मंदिर में पूजन पाठ किया गया है. 51 ब्राह्मणों द्वारा आदि विश्वेशर की फोटो रखकर विशेष पूजन पाठ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि काशी की जनता से अपील है कि वह घरों में शिवलिंग रखकर ही पूजन करें.

15:24 June 03

ये है संतों का प्लान :

जानकारी देते स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति संतों को नहीं मिली है. हालांकि संतों ने अपना पूरा रोडमैप तैयार लिया है. प्लान के मुताबिक, ज्ञानवापी में जलाभिषेक करने के लिए शुभ नक्षत्र में संतों का काफिला निकलेगा. ये शुभ नक्षत्र पुष्य नक्षत्र होगा, यह समय शनिवार की सुबह 8 बजकर 30 मिनट का है.

संतों के प्लान के मुताबिक, 4 जून को सुबह 8: 30 बजे संतों का काफिला निकलकर ज्ञानवापी परिसर पहुंचेगा. संतों का काफिला गंगा के रास्ते ज्ञानवापी तक जाएगा, इसमें 71 संत शामिल होंगे. संत 64 तरीकों से ज्ञानवापी परिसर में जालभिषेक करेंगे. संतों के इस ऐलान के बाद प्रशासन की नींद उड़ गई है. अब प्रशासन ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने का ऐलान करने वाले संत अविमुक्तेश्वरानंद को मनाने का प्रयास कर रहा है.

इसे पढ़ें- कानपुर में हुआ सांप्रदायिक बवाल, पत्थरबाजी और पेट्रोल बम चले

18:42 June 03

वाराणसी : ज्ञानवापी मस्जिद में अब जालाभिषेक नहीं कर सकेंगे. प्रशासन ने संतों को ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति नहीं दी है. गौरतलब है कि जिस स्थान पर शिवलिंग मिलने का दावा किया जा रहा है, उस स्थान पर संत समाज ने पूजा करने का ऐलान किया है. संत अविमुक्तेश्वरानन्द ने 4 जून को ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने के दावे वाले स्थान पर जलाभिषेक करने के लिए कहा है.

पुलिस ने ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की नही दी अनुमति
पुलिस ने ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की नही दी अनुमति

श्री विद्या मठ के पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने 4 जून यानी शनिवार को ज्ञानवापी परिसर के अंदर पूजा करने का ऐलान किया है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने ज्ञानवापी में पूजा करने के लिए पत्र लिखकर प्रशासन से अनुमति मांगी थी. प्रशासन ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्ञानवापी में जाने की अनुमति नहीं दी है. डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि किसी भी तरह की अनुमति नहीं दी गई है. कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

डीसीपी आरएस गौतम ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर के संबंध में सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट और सिविल जज सीनियर डिविजन के यहां वाद विचाराधीन है. उस स्थल को कोर्ट के आदेश से सील किया गया है. विवादित परिसर सीआरपीएफ की सुरक्षा घेरे में है. ऐसे में शांति व कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा पूजा करने की अनुमति की मांग को खारिज कर दिया गया है.

अनुमति न देने के संबंध में सूचित करा दिया गया है. इसके बावजूद भी यदि कोई कानून का उल्लंघन एवं शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश करता है, तो उसके विरूद्ध कठोरतम विधिक कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आदेश पर ज्ञानवापी परिसर में भगवान आदि विश्वेश्वर की पूजा-अर्चना करने का ऐलान किया था.

श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन की अपील, घर में रहकर करें आदि विश्वेशर की पूजा
ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी का मामला एक बार फिर चर्चा में है. ज्ञानवापी में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद उस स्थान को कोर्ट के आदेश पर सील किया गया है. ज्ञानवापी के प्रतिबंधित स्थान पर सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा में तैनात हैं. ऐसे महौल के बीच श्री विद्या मठ के पीठाधीश्वर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने 4 जून यानी शनिवार को ज्ञानवापी परिसर के अंदर पूजा करने का ऐलान किया है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के ऐलान के बाद माहौल गर्म हो गया.

बिगड़ते माहौल के बीच श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन ने लोगों के अपील की है कि घर में रहकर भगवान आदि विश्वेशर की पूजा करें. श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह का कहना है कि कुछ लोग कोर्ट के आदेश के बाद भी शिवलिंग की पूजा-अर्चना करना चाहते हैं. उन्होंने अपील की है कि लोग ऐसा ना करें, घरों में ही आदि विश्वेशर की पूजा करें.

श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने बताया कि ज्ञानवापी में जो शिवलिंग मिला है, उसके प्रति आत्मक रूप से गौरी केदारेश्वर मंदिर में पूजन पाठ किया गया है. 51 ब्राह्मणों द्वारा आदि विश्वेशर की फोटो रखकर विशेष पूजन पाठ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि काशी की जनता से अपील है कि वह घरों में शिवलिंग रखकर ही पूजन करें.

15:24 June 03

ये है संतों का प्लान :

जानकारी देते स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने की अनुमति संतों को नहीं मिली है. हालांकि संतों ने अपना पूरा रोडमैप तैयार लिया है. प्लान के मुताबिक, ज्ञानवापी में जलाभिषेक करने के लिए शुभ नक्षत्र में संतों का काफिला निकलेगा. ये शुभ नक्षत्र पुष्य नक्षत्र होगा, यह समय शनिवार की सुबह 8 बजकर 30 मिनट का है.

संतों के प्लान के मुताबिक, 4 जून को सुबह 8: 30 बजे संतों का काफिला निकलकर ज्ञानवापी परिसर पहुंचेगा. संतों का काफिला गंगा के रास्ते ज्ञानवापी तक जाएगा, इसमें 71 संत शामिल होंगे. संत 64 तरीकों से ज्ञानवापी परिसर में जालभिषेक करेंगे. संतों के इस ऐलान के बाद प्रशासन की नींद उड़ गई है. अब प्रशासन ज्ञानवापी परिसर में पूजा करने का ऐलान करने वाले संत अविमुक्तेश्वरानंद को मनाने का प्रयास कर रहा है.

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Last Updated : Jun 3, 2022, 7:31 PM IST
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