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वाराणसी: इमरजेंसी वार्ड के पास धरने पर बैठे बीएचयू के छात्र - kashi hindu university

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में छात्रों ने सर सुंदरलाल चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है की डॉक्टरों ने मरीज को अनदेखा किया है. बीएचयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

इमरजेंसी वार्ड के पास छात्र बैठे धरने पर
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Published : Sep 15, 2019, 9:47 AM IST

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. जहां एक तरफ छेड़खानी के मामले आ रहे थे. वहीं अब एक बार फिर तीन साल पहले आरोपित प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग उठी. वहीं दूसरी तरफ सर सुंदरलाल चिकित्सालय में डॉक्टरों ने मरीज को अनदेखा किया. छात्रों के साथ डॉक्टर ने बदतमीजी की.

इमरजेंसी वार्ड के पास छात्र बैठे धरने पर.

बीएचयू प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी-

  • छात्रों ने सर सुंदरलाल चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के बाहर बैठकर बीएचयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
  • डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा सात सितंबर को इंदु देवी 28 वर्षीय गाजीपुर निवासी को दिखाने बीएचयू मेडिसिन वार्ड में गए.
  • मेडिसिन वार्ड के डॉ. मधुकर राय से इलाज चल रहा था.
  • जब पेशेंट के एडमिट की बात आई तो डॉक्टर ने बेड खाली न होने की बात कह कर पेशेंट के परिजन को बाहर कर दिया.
  • पेशेंट इंदु देवी बीएचयू के एक छात्र की मां हैं.
  • यह बात छात्रों को पता चली तो छात्र डॉक्टर से मिलने गए.
  • डॉक्टर ने छात्रों से पैसे मांगे और कहा कि घर पर आकर दिखाओ.
  • इसी बात को लेकर छात्र धरने पर बैठ गए और कुलपति सहित एमएस और चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया.

इसे भी पढ़े-: हिंदी दिवस: बदहाल पड़ी है हिंदी की सबसे प्राचीन पीठ नागरी प्रचारिणी सभा

जब हम लोग एक मरीज को जो हमारे दोस्त की मां हैं, उनको डॉक्टर के पास दिखाने पहुंचे तो मधुकर राय नामक डॉक्टर ने हमारा पर्ची फेंक दी .जब मैंने बताया मैं छात्र हूं. फिर कहा कि आप घर पर देख लीजिए तो एक हजार रुपये फीस की बात कहते हुए घर पर दिखाने के लिए बोला. इस बात की जब हमने एमएस से शिकायत की तो एमएस का कहना है कि तुम्हें जो करना है करो हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.
-चन्दन, छात्र बीएचयू

वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. जहां एक तरफ छेड़खानी के मामले आ रहे थे. वहीं अब एक बार फिर तीन साल पहले आरोपित प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग उठी. वहीं दूसरी तरफ सर सुंदरलाल चिकित्सालय में डॉक्टरों ने मरीज को अनदेखा किया. छात्रों के साथ डॉक्टर ने बदतमीजी की.

इमरजेंसी वार्ड के पास छात्र बैठे धरने पर.

बीएचयू प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी-

  • छात्रों ने सर सुंदरलाल चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के बाहर बैठकर बीएचयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
  • डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा सात सितंबर को इंदु देवी 28 वर्षीय गाजीपुर निवासी को दिखाने बीएचयू मेडिसिन वार्ड में गए.
  • मेडिसिन वार्ड के डॉ. मधुकर राय से इलाज चल रहा था.
  • जब पेशेंट के एडमिट की बात आई तो डॉक्टर ने बेड खाली न होने की बात कह कर पेशेंट के परिजन को बाहर कर दिया.
  • पेशेंट इंदु देवी बीएचयू के एक छात्र की मां हैं.
  • यह बात छात्रों को पता चली तो छात्र डॉक्टर से मिलने गए.
  • डॉक्टर ने छात्रों से पैसे मांगे और कहा कि घर पर आकर दिखाओ.
  • इसी बात को लेकर छात्र धरने पर बैठ गए और कुलपति सहित एमएस और चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया.

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जब हम लोग एक मरीज को जो हमारे दोस्त की मां हैं, उनको डॉक्टर के पास दिखाने पहुंचे तो मधुकर राय नामक डॉक्टर ने हमारा पर्ची फेंक दी .जब मैंने बताया मैं छात्र हूं. फिर कहा कि आप घर पर देख लीजिए तो एक हजार रुपये फीस की बात कहते हुए घर पर दिखाने के लिए बोला. इस बात की जब हमने एमएस से शिकायत की तो एमएस का कहना है कि तुम्हें जो करना है करो हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.
-चन्दन, छात्र बीएचयू

Intro:वाराणसी काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है जहां एक तरफ छेड़खानी के मामले में एक बार फिर 3 साल पहले आरोपित प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग उठी तो वहीं दूसरी तरफ सर सुंदरलाल चिकित्सालय में डॉक्टरों द्वारा मरीज की अनदेखी करने और छात्रों के साथ डॉक्टर द्वारा बदतमीजी करने का मामला देर रात तूल पकड़ लिया।


Body:छात्रों ने सर सुंदरलाल चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के बाहर बैठकर बीएचयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वही डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा 7 सितंबर को इंदु देवी 28 वर्षीय गाजीपुर निवासी को दिखाने बीएचयू मेडिसिन वार्ड में डॉक्टर एलपी मीना को दिखाया गया इसके बाद उनका इलाज चल रहा था वहीं आज मेडिसिन वार्ड के डॉ मधुकर राय को दिखा रहे जब पेशेंट के एडमिट की बात आई तो डॉक्टर ने बेड खाली न होने की बात का कर पेशेंट के परिजन को बाहर कर दिया पेशेंट इंदु देवी बीएचयू के एक छात्र की मां है जिस पर यह बात छात्रों को पता चली और वह डॉक्टर से मिलने गए तो उनका आरोप है कि डॉक्टर ने उनसे पैसे मांगे और बोला घर पर दिखाओ इसी बात को लेकर छात्र धरने पर बैठ गए और कुलपति सहित एमएस और चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।


Conclusion:छात्र चंदन कुमार ने बताया कि आज जब हम लोग एक मरीज को जो हमारे दोस्त की मां है उनको डॉक्टर के पास दिखाने पहुंचे तो मधुकर राय नामक डॉक्टर ने हमारा परिचय फेंक दिया जब मैंने बताया मैं छात्र हूं फिर मैंने कहा आप घर पर देख लीजिए तो बोले हां छात्र ने आरोप लगाते हुए बोला कि एक हजार रुपया फीस की बात कहते हुए घर पर दिखाने के लिए बोला इस बात को जब हमने एमएस से शिकायत की एमएस का कहना है कि तुम्हें जो करना है करो हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला इसी बात को लेकर हम यह मांग करते हैं कि ऐसे अधिकारी और डॉक्टरों के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन कार्रवाई करें जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी हम इसी तरह धरने पर बैठे हैं।

बाईट :-- चन्दन,छात्र,बीएचयू

अशुतोष उपध्याय

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