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वाराणसी में वृक्षों के नाम से जाने जाएंगे रास्तों के नाम - वाराणसी का समाचार

आपने अब तक प्रख्यात लोगों और विरासतों के नाम पर मार्गों का नामकरण होते सुना होगा. लेकिन अब वृक्षों के नाम पर भी मार्गों का नामकरण किया जाएगा.

वृक्षों के नाम से जाने जाएंगे रास्तों के नाम
वृक्षों के नाम से जाने जाएंगे रास्तों के नाम
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Published : Jul 3, 2021, 2:03 PM IST

Updated : Jul 3, 2021, 2:27 PM IST

वाराणसीः धर्मनगरी काशी में विभूतियों के नाम पर गलियों का नामकरण करने के बाद अब एक नई योजना को लागू किया जा रहा है. जिसके तहत सड़कों की पहचान अब वृक्ष बनेंगे. वाराणसी विकास प्राधीकरण के द्वारा मार्गों का नाम विभिन्न वृक्षों के नाम पर रखा जाएगा. जिनमें अमलतास रोड, कचनार रोड शामिल हैं. इस योजना से लोग वृक्षों के वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक महत्व को समझ सकेंगे. इसके साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूक भी रहेंगे.

वीडीए ने बनाई अनोखी योजना

वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दूहन ने बताया कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए वृक्षारोपण महाअभियान योजना चलाई जा रही है. इसके लिए प्राधिकरण के द्वारा एक योजना बनाई गई है. जिसके तहत वाराणसी शहर के सड़कों की पहचान वृक्षों से होगी. उन्होंने बताया कि मॉडल के रूप में बड़ा लालपुर आवास योजना की सड़कों का नामकरण पौधों के नाम पर किया जाना है. जिसमें 10 मुख्य सड़कों एवं 15 लिंक रोड पर एक तरह के वृक्ष लगाए जाएंगे. उस मार्ग का नामकरण उसी वृक्ष के आधार पर किया जाएगा. जिसमें अमलतास रोड, गुलमोहर रोड, कदम रोड जैसे नाम रखे जाएंगे. उन्होंने बताया पौधारोपण करने के लिए एकरूपता के साथ-साथ पौधों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. इसके साथ ही वहां रहने वाले लोगों को भी कनेक्ट किया जाएगा. जिससे लोग इन पौधों की सुरक्षा को लेकर जागरूक रहें. उन्होंने बताया कि हर रोड पर साइन बोर्ड भी लगाया जाएगा. जिसमें मार्ग पर लगाए गए वृक्षों के वैज्ञानिक महत्व को भी बताया जाएगा. जिससे लोग पर्यावरण के प्रति भी जागरूक रहें.

वृक्षों के नाम से जाने जाएंगे रास्तों के नाम

वित्त वर्ष में अभियान के तहत 30 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य

ईशा दूहन ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में शासन की ओर से विकास प्राधिकरण को 30 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है. जिसे पूरा करने के लिए योजना बनाकर इसे विकसित करने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में पौधारोपण वाले स्थानों पर मृदा संबंधित कार्य चल रहे हैं. जहां आज से महाअभियान के तहत पौधे लगाए जाएंगे.

सड़कों की पहचान अब वृक्ष बनेंगे
सड़कों की पहचान अब वृक्ष बनेंगे

इसे भी पढ़ें- आमिर खान और किरन ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला किया

शहर में होगा वनों का एहसास

आपको बता दें कि वन विभाग के सहयोग से विकास प्राधिकरण द्वारा मियांवकी की पद्धति को स्वीकार करके लगातार शहर में जंगल बनाया जा रहा है. जिसके तहत वाराणसी के उंदी गांव, डोमरी और अन्य स्थानों पर पहले ही पौधरोपण किया जा चुका है. जिससे कि पर्यावरण संरक्षित रहे और आमजन इसका लाभ ले सकें.

वाराणसीः धर्मनगरी काशी में विभूतियों के नाम पर गलियों का नामकरण करने के बाद अब एक नई योजना को लागू किया जा रहा है. जिसके तहत सड़कों की पहचान अब वृक्ष बनेंगे. वाराणसी विकास प्राधीकरण के द्वारा मार्गों का नाम विभिन्न वृक्षों के नाम पर रखा जाएगा. जिनमें अमलतास रोड, कचनार रोड शामिल हैं. इस योजना से लोग वृक्षों के वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक महत्व को समझ सकेंगे. इसके साथ ही पर्यावरण के प्रति जागरूक भी रहेंगे.

वीडीए ने बनाई अनोखी योजना

वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दूहन ने बताया कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए वृक्षारोपण महाअभियान योजना चलाई जा रही है. इसके लिए प्राधिकरण के द्वारा एक योजना बनाई गई है. जिसके तहत वाराणसी शहर के सड़कों की पहचान वृक्षों से होगी. उन्होंने बताया कि मॉडल के रूप में बड़ा लालपुर आवास योजना की सड़कों का नामकरण पौधों के नाम पर किया जाना है. जिसमें 10 मुख्य सड़कों एवं 15 लिंक रोड पर एक तरह के वृक्ष लगाए जाएंगे. उस मार्ग का नामकरण उसी वृक्ष के आधार पर किया जाएगा. जिसमें अमलतास रोड, गुलमोहर रोड, कदम रोड जैसे नाम रखे जाएंगे. उन्होंने बताया पौधारोपण करने के लिए एकरूपता के साथ-साथ पौधों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. इसके साथ ही वहां रहने वाले लोगों को भी कनेक्ट किया जाएगा. जिससे लोग इन पौधों की सुरक्षा को लेकर जागरूक रहें. उन्होंने बताया कि हर रोड पर साइन बोर्ड भी लगाया जाएगा. जिसमें मार्ग पर लगाए गए वृक्षों के वैज्ञानिक महत्व को भी बताया जाएगा. जिससे लोग पर्यावरण के प्रति भी जागरूक रहें.

वृक्षों के नाम से जाने जाएंगे रास्तों के नाम

वित्त वर्ष में अभियान के तहत 30 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य

ईशा दूहन ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में शासन की ओर से विकास प्राधिकरण को 30 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है. जिसे पूरा करने के लिए योजना बनाकर इसे विकसित करने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में पौधारोपण वाले स्थानों पर मृदा संबंधित कार्य चल रहे हैं. जहां आज से महाअभियान के तहत पौधे लगाए जाएंगे.

सड़कों की पहचान अब वृक्ष बनेंगे
सड़कों की पहचान अब वृक्ष बनेंगे

इसे भी पढ़ें- आमिर खान और किरन ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला किया

शहर में होगा वनों का एहसास

आपको बता दें कि वन विभाग के सहयोग से विकास प्राधिकरण द्वारा मियांवकी की पद्धति को स्वीकार करके लगातार शहर में जंगल बनाया जा रहा है. जिसके तहत वाराणसी के उंदी गांव, डोमरी और अन्य स्थानों पर पहले ही पौधरोपण किया जा चुका है. जिससे कि पर्यावरण संरक्षित रहे और आमजन इसका लाभ ले सकें.

Last Updated : Jul 3, 2021, 2:27 PM IST
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