सुलतानपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज को साकार करने के लिए लागू की गई परफार्मेंस ग्रांट योजना पहले चरण में ही अनियमितता की भेंट चढ़ गई. जिले में 10 ग्राम पंचायतों को अपात्र होने के बावजूद पात्रता सूची में शामिल कर लिया गया है. मुख्य विकास अधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लिया और पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं. सीडीओ ने कहा है कि पात्रों को सूची से बाहर किया जाएगा. पात्र ग्राम पंचायतों को परफार्मेंस ग्रांट सूची में शुमार किया जाएगा.
- परफार्मेंस ग्रांट में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई है.
- अधिकारियों की तरफ से करोड़ों रुपये की वसूली की गई है.
- अपात्र ग्राम पंचायतों को पात्र बनाया गया और पात्र ग्राम पंचायतों को सूची से बाहर किया गया है.
- 2017-18 में 15 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया था.
- जिसमें 10 ग्राम पंचायतों के पास निजी स्रोत से आय का कोई साक्ष्य प्रमाण पत्र नहीं प्रस्तुत किया गया है.
- भ्रष्टाचार के आधार पर इन ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है.
- ऊंचगांव और सरकौडा ग्राम पंचायत पात्र होने के बावजूद चयन सूची से बाहर कर दी गई हैं.
- सारे मांगों पर पात्र पाने के बावजूद लाभ और भ्रष्टाचार में अपात्र किया गया और जिले का डाटा शून्य कर दिया गया.
हमने जांच करने का आदेश दिया है. जांच कराई जा रही है, जो अपात्र ग्राम पंचायतें पात्र बनीं हैं, उन्हें सूची से बाहर किया जाएगा. जांच के आधार पर पात्र ग्राम पंचायतों को परफार्मेंस ग्रांट सूची में शामिल किया जाएगा.
-रमेश प्रसाद मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी
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