उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सर सुंदरलाल चिकित्सालय में साथी डॉक्टर की पिटाई से नाराज डॉक्टरों ने सोमवार को पूरे दिन हड़ताल जारी रखी. मंगलवार को भी डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल जारी रखी. जिसके चलते बीएचयू अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्था पूरी तरह ठप्प रही. वहीं दूर-दराज से आने वाले मरीजों को अन्य अस्पतालों का रुख करना पड़ा.
मामला रविवार का है जब स्पेशल वार्ड में अज्ञात हमलावरों ने दो रेजिडेंट डॉक्टरों को पीटा. पीड़ितों की शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने लंका थाने में 5 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. लेकिन अपनी नाराजगी के चलते सोमवार और मंगलवार को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही. इस दौरान इमरजेंसी आईसीयू और लेबर रूम की सेवाएं बहाल है.
बीएचयू अस्पताल की ओपीडी सेवा खुली, पर्चा काउंटर भी खुला, पर्ची भी काटी गई. लेकिन रेजिडेंट डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से पूर्वांचल समेत बिहार और मध्य प्रदेश के मरीजों को बिना इलाज के ही लौटना पड़ा. कुछ ओपीडी में वरिष्ठ चिकित्सकों ने मरीजों के लिए सेवाएं जारी रखी. लेकिन भीड़ का दबाव बढ़ने से मरीजों को देखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा. जांच काउंटर से लेकर एक्स-रे ऑपरेशन थिएटर पूरा दिन खाली रहे. बहुत से मरीजों के होने वाले ऑपरेशन को टाल दिया गया.