वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सेंट्रल ऑफिस के बाहर सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. हॉस्टल में आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड और चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया. इसके बावजूद छात्रों ने प्रदर्शन जारी रखा. वहीं, विश्वविद्यालय में दूसरी जगह सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक की बर्खास्तगी की मांग को लेकर नर्सिंग स्टाफ प्रदर्शन कर रहा है.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के 28वें कुलपति पद्मश्री प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने 7 जनवरी को कार्यभार संभाला है. उसके दो दिन बाद से ही नर्सिंग स्टाफ धरने पर बैठ गया. उधर, छात्रों ने हॉस्टल में आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया.
छात्र रोहित राणा ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से 500 पत्र लिखे जा चुके हैं. हॉस्टल वार्डन से लेकर हॉस्टल कोऑर्डिनेटर तक और विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखे जा चुके हैं. छात्रों की मांग है कि 27 फीसदी आरक्षण हमारा संवैधानिक हक है. इसे लागू किया जाए.
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बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर वीसी कापरी ने बताया कि यहां पर जो छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं वे हॉस्टल में ओबीसी रिजर्वेशन लागू करने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए एक कमेटी नियुक्त की जा चुकी है. कमेटी ने इस संबंध में अपनी संस्तुति दे दी है. छात्रों की मांग मान ली गई है. वे लिखित संस्तुति मांग रहे हैं, जब कमेटी लिखित संस्तुति देगी तब दे दी जाएगी. छात्र भटक रहे हैं. कभी लाइब्रेरी का मुद्दा उठाते हैं तो कभी आरक्षण का.
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