वाराणसी: गणतंत्र दिवस का पर्व पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. जिल में इस मौके पर एक संदेश देने की कोशिश की गई है. समाज में संदेश देने का यह प्रयास वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल की तरफ से किया गया है. कमिश्नर की तरफ से कमिश्नरी सभागार में आयोजित 26 जनवरी के कार्यक्रम में खुद झंडारोहण न कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिका से झंडारोहण कराया गया. अपने कार्यालय में बतौर मुख्य अतिथि कमिश्नर ने अपने मातहतों को बुलवाकर, जिस तरह से झंडारोहण का कार्यक्रम संपन्न करवाया, निश्चित तौर पर वह समाज में एक बड़ा संदेश देने का प्रयास है.
इससे पहले भी कमिश्नर कर चुके हैं सराहनीय कार्य
इसके पहले भी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने 15 अगस्त के मौके पर कमिश्नरी कैंपस में झंडारोहण का कार्यक्रम सफाई कर्मचारियों से कराया था. इस बार उन्होंने काशी विद्यापीठ ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा रानी और इसी ब्लॉक की आंगनबाड़ी सहायिका सरिता पटेल को गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि निमंत्रण भेजा. इन्हीं के हाथों कमिश्नरी परिसर में झंडारोहण का कार्यक्रम संपन्न कराया. संविधान और देश की रक्षा के लिए संकल्प भी इन दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ही संपन्न करवाया.
बेहतर कार्य करने वालों का करना चाहिए सम्मान
कमिश्नर दीपक अग्रवाल का कहना है कि जिस तरह से कुपोषण से लड़ने में हमारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मदद कर रही हैं. वह निश्चित तौर पर देश के लिए किया जाने वाला एक बेहतर कार्य है, क्योंकि जिस तरह से हमारे जवान देश की खातिर बॉर्डर पर तैनात रहते हैं और देश की सेवा करते हैं, वैसे ही हर व्यक्ति देश के लिए कुछ न कुछ कर रहा है. उचित फोरम पर ऐसे लोगों का सम्मान किया जाना आवश्यक है.
पिछले बार मैंने सफाई कर्मचारी से झंडारोहण करवाया और इस बार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और साहायिका से और मेरा यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा. उचित फोरम पर ऐसे लोगों का सम्मान किया जाना आवश्यक है.
दीपक अग्रवाल, कमिश्नर
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