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विश्वनाथ धाम ने पर्यटन को दिया नया नाम, काशी रिलिजियस टूरिज्म के जरिये भरेगा उड़ान

यूपी के वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साकार होते स्वरूप ने काशी को एक नया आयाम दिया है. इसीलिए यहां रिलिजियस टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है. काशी में पर्यटक बढ़ने के साथ-साथ यहां की अर्थव्यवस्था को भी एक नई उड़ान मिलेगी.

वाराणसी में रिलिजियस टूरिज्म को बढ़ावा.
वाराणसी में रिलिजियस टूरिज्म को बढ़ावा.
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Published : Dec 2, 2021, 9:53 PM IST

वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी जो घाटों के अल्हड़पन से लेकर यहां की गलियों की कहानी के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यही वजह है कि यहां की पौराणिक मान्यताओं और कहानियों को जानने के लिए विदेशों से पर्यटक आते हैं, लेकिन कोरोना काल में काशी से विदेशी पर्यटकों का नाता टूट सा गया था. लेकिन सरकार के प्रयास और काशी के आधुनिक स्वरूप ने यहां देशी पर्यटन को बढ़ावा दिया और इसमें विश्वनाथ धाम ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साकार होते स्वरूप ने काशी को एक नया आयाम दिया है और यही वजह है कि काशी में एक नया टूरिज्म विकसित हो रहा है, जिसे रिलिजियस टूरिज्म कहा जा रहा है. खास बात यह है कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दौरान होने वाले 1 माह के उत्सव ने इस रिलीजियस टूरिज्म को एक नई उड़ान दी है.

वाराणसी में रिलिजियस टूरिज्म को बढ़ावा.

रिलिजियस टूरिज्म के लिए विश्वनाथ धाम है मील का पत्थर

विश्वनाथ धाम का काशी के पर्यटन में एक महत्वपूर्ण योगदान है. इस बाबत राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडे ने बताया कि काशी में हमेशा से 2 टूरिस्ट सर्किट ने काम किया है. एक सारनाथ का बौद्ध सर्किट और दूसरा मंदिरों का सर्किट, जिसमें विश्वनाथ धाम हमेशा से प्रमुख रहा है. इसने काशी के पर्यटन को और भी ज्यादा विकसित किया है. लेकिन विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद यह और भी वृहद रूप लेगा, साथ ही काशी में रिलीजियस टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा. यहां पर विदेशी पर्यटन हमेशा से ज्यादा रहा है, लेकिन विश्वनाथ धाम यहां पर देशी पर्यटन को बढ़ावा देगा और लोकल लोग भी यहां एक धार्मिक परिपथ से जुड़ने काशी आएंगे. इससे काशी के पर्यटन के साथ-साथ यहां की अर्थव्यवस्था को भी एक नई उड़ान मिलेगी.

इसे भी पढ़ें- विश्वनाथ धाम की दीवारें बताएंगी मंदिर और काशी का पौराणिक इतिहास

देशी पर्यटन को बढ़ावा

इस संबंध में पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना ने काशी से विदेशी टूरिस्टों का रिश्ता कम कर दिया और यही वजह है कि बीच में पर्यटन व्यवसाय एकदम स्थिर हो गया था. सरकार की ओर से लगातार कवायद की जाती रही और काशी में अब विश्वनाथ धाम और अन्य धार्मिक परिपथ यात्राओं से देशी पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है. यही वजह है कि इस बार देव दीपावली में लाखों की संख्या में देशी पर्यटकों का जमावड़ा हुआ, जिसमें काशी के पर्यटन को बढ़ावा मिला. उन्होंने बताया कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दौरान पर्यटन विभाग के द्वारा एक माह का उत्सव किया जा रहा है, जिसमें देशी पर्यटन को काशी से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इससे यहां के पर्यटन व्यवसाय को लाभ मिलेगा.

ऑपरेटरों को मिलेगा लाभ

काशी में बढ़ते पर्यटन को लेकर टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि दिसंबर महीना टूरिस्ट के नजरिए से ऑफ सीजन होता है. लेकिन इस बार देव दीपावली के बाद दिसंबर माह पर्यटन और कारोबार के नजरिए से काफी लाभदायक होने वाला है. क्योंकि बाबा विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के साथ काशी में एक माह का उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें काफी संख्या में टूरिस्ट के आने की उम्मीद है. इसको लेकर अभी से ही बुकिंग की शुरुआत हो गई है. हमें उम्मीद है कि यह उत्सव काशी के पर्यटन कारोबार को और भी ज्यादा लाभ देगा.

काशी की बदलती तस्वीर को देखकर यह कहा जा सकता है कि अब यह शहर सिर्फ विदेशी मेहमानों के लिए नहीं बल्कि देशी मेहमानों के नजरिए से भी काफी खास होने वाला है. क्योंकि विश्वनाथ धाम से यहां पर एक नई धार्मिक तस्वीर उभर कर सामने आएगी.

वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी जो घाटों के अल्हड़पन से लेकर यहां की गलियों की कहानी के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यही वजह है कि यहां की पौराणिक मान्यताओं और कहानियों को जानने के लिए विदेशों से पर्यटक आते हैं, लेकिन कोरोना काल में काशी से विदेशी पर्यटकों का नाता टूट सा गया था. लेकिन सरकार के प्रयास और काशी के आधुनिक स्वरूप ने यहां देशी पर्यटन को बढ़ावा दिया और इसमें विश्वनाथ धाम ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साकार होते स्वरूप ने काशी को एक नया आयाम दिया है और यही वजह है कि काशी में एक नया टूरिज्म विकसित हो रहा है, जिसे रिलिजियस टूरिज्म कहा जा रहा है. खास बात यह है कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दौरान होने वाले 1 माह के उत्सव ने इस रिलीजियस टूरिज्म को एक नई उड़ान दी है.

वाराणसी में रिलिजियस टूरिज्म को बढ़ावा.

रिलिजियस टूरिज्म के लिए विश्वनाथ धाम है मील का पत्थर

विश्वनाथ धाम का काशी के पर्यटन में एक महत्वपूर्ण योगदान है. इस बाबत राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडे ने बताया कि काशी में हमेशा से 2 टूरिस्ट सर्किट ने काम किया है. एक सारनाथ का बौद्ध सर्किट और दूसरा मंदिरों का सर्किट, जिसमें विश्वनाथ धाम हमेशा से प्रमुख रहा है. इसने काशी के पर्यटन को और भी ज्यादा विकसित किया है. लेकिन विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद यह और भी वृहद रूप लेगा, साथ ही काशी में रिलीजियस टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा. यहां पर विदेशी पर्यटन हमेशा से ज्यादा रहा है, लेकिन विश्वनाथ धाम यहां पर देशी पर्यटन को बढ़ावा देगा और लोकल लोग भी यहां एक धार्मिक परिपथ से जुड़ने काशी आएंगे. इससे काशी के पर्यटन के साथ-साथ यहां की अर्थव्यवस्था को भी एक नई उड़ान मिलेगी.

इसे भी पढ़ें- विश्वनाथ धाम की दीवारें बताएंगी मंदिर और काशी का पौराणिक इतिहास

देशी पर्यटन को बढ़ावा

इस संबंध में पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना ने काशी से विदेशी टूरिस्टों का रिश्ता कम कर दिया और यही वजह है कि बीच में पर्यटन व्यवसाय एकदम स्थिर हो गया था. सरकार की ओर से लगातार कवायद की जाती रही और काशी में अब विश्वनाथ धाम और अन्य धार्मिक परिपथ यात्राओं से देशी पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है. यही वजह है कि इस बार देव दीपावली में लाखों की संख्या में देशी पर्यटकों का जमावड़ा हुआ, जिसमें काशी के पर्यटन को बढ़ावा मिला. उन्होंने बताया कि विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दौरान पर्यटन विभाग के द्वारा एक माह का उत्सव किया जा रहा है, जिसमें देशी पर्यटन को काशी से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इससे यहां के पर्यटन व्यवसाय को लाभ मिलेगा.

ऑपरेटरों को मिलेगा लाभ

काशी में बढ़ते पर्यटन को लेकर टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि दिसंबर महीना टूरिस्ट के नजरिए से ऑफ सीजन होता है. लेकिन इस बार देव दीपावली के बाद दिसंबर माह पर्यटन और कारोबार के नजरिए से काफी लाभदायक होने वाला है. क्योंकि बाबा विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के साथ काशी में एक माह का उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें काफी संख्या में टूरिस्ट के आने की उम्मीद है. इसको लेकर अभी से ही बुकिंग की शुरुआत हो गई है. हमें उम्मीद है कि यह उत्सव काशी के पर्यटन कारोबार को और भी ज्यादा लाभ देगा.

काशी की बदलती तस्वीर को देखकर यह कहा जा सकता है कि अब यह शहर सिर्फ विदेशी मेहमानों के लिए नहीं बल्कि देशी मेहमानों के नजरिए से भी काफी खास होने वाला है. क्योंकि विश्वनाथ धाम से यहां पर एक नई धार्मिक तस्वीर उभर कर सामने आएगी.

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