वाराणसी: संसद में निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के बाद कुछ चेहरों पर तो खुशी आई है, लेकिन सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के व्यापारियों में निराशा है. पूरे बजट में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के बारे में बात ही नहीं की गई है. इन व्यापारियों को आशा थी कि सरकार का ध्यान सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के व्यापारियों पर जाएगी. यही नहीं एमएसएमई डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट के लोगों का कहना है कि वे इस बजट से खासा निराश हुए हैं.
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगभग 2 घंटे में बजट प्रस्तुत किया.
- इस बजट में आगे की योजनाएं थी और जो सरकार ने पिछले सालों में काम किए हैं उसका भी उल्लेख था.
- आने वाले कार्यों के बारे में भी निर्मला सीतारमण ने बखूबी तौर पर बताया.
- निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में मुख्य तौर पर देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की बात कही.
- कुछ बड़े प्रोजेक्टों की भी बात करते हुए निर्मला सीतारमण ने लोगों को यह बताने की कोशिश की कि भारत आगे बढ़ने की ओर अग्रसर है.
- सारे बजट में सभी बड़े उद्योगों के बारे में बात हुई मगर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग के बारे में बात नहीं की गई.
- एमएसएमई डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने लोगों ने कहा कि लघु उद्योग एवं सूक्ष्म उद्योग के बारे में अगर सरकार नहीं सोच रही है तो यह बेहद ही दुखद है.