वाराणसी: धर्म पुरातन नगरी काशी में घाटों की लंबी शृंखला को निहारने के लिए लंबे वक्त से पुरानी नावों का संचालन किया जाता रहा है. लेकिन अब इन नावों की जगह धीरे-धीरे क्रूज ले रहे हैं. लगभग 4 साल पहले गंगा की लहरों पर सबसे पहले अलकनंदा क्रूज उतरा गया और इसकी लोकप्रियता ऐसे बढ़ती गई कि कई राज्यों ने इसे अपने यहां संचालित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से संपर्क साधना भी शुरू किया. इन सबके बीच काशी में संचालित होने वाला यह हाईटेक क्रूज जल्द ही श्री राम की नगरी अयोध्या में भी संचालित किए जाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसके लिए पूरा प्लान बनारस की अलकनंदा क्रूज संचालित करने वाली कंपनी से मांगा गया था और इसे सीएम योगी की तरफ से मंजूरी भी मिल चुकी है.
यूपी सरकार भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या के विकास का एक अलग ही खाका तैयार कर रही है. जिसको दृष्टिगत रखते हुए पहले से ही वाराणसी में संचालित होने वाले अलकनंदा क्रूज की तर्ज पर अयोध्या की सरयू नदी के घाटों का एक स्पेशल रोजाना टूर पैकेज तैयार करने का प्लान योगी सरकार ने बनाया है. इस प्लान के तहत वाराणसी की अलकनंदा क्रूज को संचालित करने वाली कंपनी को यह जिम्मेदारी दी गई है. पूरा प्लान और क्रूज की डिजाइन कंपनी की तरफ से तैयार कर मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गई थी. इसके बाद बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी दौरे पर आने पर यहां अयोध्या के लिए तैयार किया गया पूरा डिजिटल प्रोजेक्ट देख कर उसे फाइनल भी कर दिया है.
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प्रधानमंत्री कर सकते हैं उद्घाटन
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह वाराणसी में अलकनंदा क्रूज संचालित होता है. वैसे ही लगभग 65 से ज्यादा लोगों को एक बार में टूर कराने के उद्देश्य से इसी तर्ज पर क्रूज तैयार किया जा रहा है. अभी इस क्रूज का नाम रामायण क्रूज फाइनल किया गया है. जिसकी शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों करवाने की तैयारी की जा रही है.
दिवाली से हो सकती है शुरुआत
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि इस बार अयोध्या में होने वाले भव्य दिवाली समारोह के दौरान ही इस क्रूज को सरयू नदी में पर्यटकों के लिए संचालित किया जा सकता है. इसके लिए यूपी सरकार ने बनारस में संचालित होने वाले क्रूज कंपनी के लोगों को सितंबर तक का वक्त दिया है. अक्टूबर में क्रूज अयोध्या पहुंच सकता है.
संचालन में आ रही दिक्कतों को दूर करेगी सरकार
अलकनंदा क्रूज कंपनी के अधिकारी विकास मालवीय का कहना क्रूज संचालन के लिए मुख्यमंत्री गंभीरता से कार्य कर रहे हैं. उन्होंने उस सारे प्लान पर काम शुरू कर दिया है, जिससे सरयू में क्रूज संचालन करने पर दिक्कत आ सकती है. क्योंकि गंगा से अलग सरयू नदी का प्रवाह और सरयू नदी का वेग है. इससे दृष्टिगत रखते हुए योजना अलग तरीके से बनाई जा रही है. इतना ही सरयू नदी के किनारे घाटों की गहराई कम होने की वजह से होने वाली दिक्कतों की जानकारी भी मुख्यमंत्री को है. उन्होंने भरोसा दिलाया है कि क्रूज़ संचालित करने के लिए सरयू नदी के घाटों के किनारे जल्द ही ड्रेजिंग शुरू कराई जाएगी, ताकि क्रूज को संचालित करने में कोई दिक्कत ना आए.
अयोध्या के घाटों पर भी होगी आरती
अयोध्या में बनारस की तर्ज पर घाटों पर कोई ऐतिहासिक इमारतें या अन्य चीजें नहीं है. इसलिए अलग-अलग घाटों पर भगवान राम के जीवन से जुड़ी तमाम झांकियों के साथ लेजर शो और अन्य तरह की चीजें करने की तैयारी भी की जा रही है. ताकि पर्यटक नया घाट, गुप्तार घाट, लक्ष्मण घाट, सुमित समेत अन्य घाटों से रूबरू हो सकें.बनारस की तर्ज पर इन घाटों पर जल्द ही भव्य आरती की शुरुआत भी की जाएगी.