वाराणसी: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन और प्रभु राम के स्थापना समारोह से पहले आज वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में उपहार सामग्री लेकर विद्वान और संत पहुंचे. इसे काशी विद्युत परिषद की तरफ से लेकर जाना है. इस उपहार सामग्री में एक मोती की माला, माता सीता के लिए बनारसी साड़ी, उनको अर्पित करने के लिए एक चुनरी, भगवान प्रभु श्री राम के लिए वस्त्र है. 19 जनवरी को आज विद्वानों का दल काशी विद्रोह परिषद की तरफ से यह सारी सामग्री अयोध्या लेकर रवाना होगा.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने बताया कि काशी से विद्वानों का एक पूरा दल काशी विद्युत परिषद का नेतृत्व करने के लिए अयोध्या के लिए रवाना होगा. 19 जनवरी को यह सारे विद्वान यहां से अयोध्या रवाना होंगे. इसलिए उनकी तरफ से विशेष सामग्री भगवान राम को अर्पित करने के लिए ले जायी जा रही है. इन सारी सामग्रियों पर प्रभु विश्वनाथ का स्पर्श और उनके अर्पित माला फूल और जल को स्पर्श करवाने के बाद पूजन पाठ और रुद्राभिषेक संपन्न किया गया है.
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प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि माता सीता के लिए उपहार स्वरूप बनारस की साड़ी, चुनरी, माता अन्नपूर्णा, माता पार्वती का चढ़ा हुआ कुमकुम, भगवान विश्वनाथ के आशीर्वाद स्वरुप चांदी का बेलपत्र और अन्य सामग्री लेकर जा रहै है. यह सारी चीज प्रभु श्री राम को स्पर्श करवाने के बाद उन्हें अर्पित की जाएगी और माता सीता को भी चढ़ाई जाएगी.
देशभर के सभी मंदिरों में स्वच्छता अभियान के क्रम में आज श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी सफाई अभियान चलाया गया. इस विशेष सफाई अभियान में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व धर्मार्थ मंत्री नीलकंठ तिवारी की निर्देशन में मंदिर के आसपास सफाई और पोछा लगाने का कार्य किया गया. इसके अलावा मंदिर चौक श्री काशी विश्वनाथ धाम के भव्य प्रवेश द्वार से लेकर बांस फाटक तक अभियान चला. इस दौरान मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा मंदिर के ट्रस्टी श्री बृजभूषण ओझा, पंडित वेंकट रमन घनपाठी सहित सफाई कर्मी और कर्मचारियों ने इस विशेष अभियान का हिस्सा बन लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया.
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