ETV Bharat / state

अयोध्या आने वाले 100 से ज्यादा विमानों को इन एयरपोर्ट पर किया जाएगा पार्क, वाराणसी में भी खड़े होंगे 12 विमान

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा मे अब कुछ ही दिन बाकी है. अनुष्ठान भी शुरू हो चुके हैं. वहीं इस खास दिन पर आने वाले विमानों की पार्किंग (Ayodhya Ram Mandir Aircraft Parking) को लेकर भी खास रणनीति तैयार की गई है.

्पि
पि्ेप
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 17, 2024, 9:44 AM IST

वाराणसी : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसकी तैयारियां जोर-जोर से चल रहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बड़ी संख्या में वीआईपी और तमाम लोग रामनगरी पहुंचेंगे. अयोध्या में नए एयरपोर्ट के अलावा लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट को भी फ्लाइटों के लिए तैयार किया गया है. वाराणसी एयरपोर्ट पर भी कई विमान पार्क किए जाएंगे. बाबतपुर स्थित लालबहादुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक साथ 12 विमान खड़े होंगे. इसके अलावा पूर्वांचल के ही आजमगढ़ एयरपोर्ट पर भी जरूरत पड़ने पर विमान को पार्क करने की तैयारी है. कुछ हेलीकॉप्टर आजमगढ़ एयरपोर्ट पर खड़े करने के निर्देश दिए गए हैं.

अयोध्या राममंंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अनुष्ठान शुरू हो चुका है. वाराणसी एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर 100 से ज्यादा विमान और लगभग 15 से ज्यादा हेलीकॉप्टर आने वाले हैं. यह एक टेंटेटिव (अंदाजा) आंकड़ा है. इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और संबंधित मंत्रालय ने मिलकर प्लान तैयार किया है. वाराणसी, लखनऊ, कुशीनगर, आजमगढ़, प्रयागराज कुछ ऐसे सेंटर हैं, जहां पर इन विमानों को खड़ा करने की तैयारी है. क्षमता के अनुरूप ही हर जगह एक नियमित संख्या में ही विमान को खड़ा किया जा सकता है. इसलिए वाराणसी एयरपोर्ट पर भी 12 विमान खड़े करने की तैयारी की गई है. यहां हैंगर में विशिष्ट मेहमानों के विमानों को खड़े करने के अलावा घरेलू चार्टर्ड विमानों को वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंड करवाने की तैयारी की जा रही है.

अयोध्या एयरपोर्ट पर कस्टम और इमीग्रेशन की व्यवस्था अभी शुरू नहीं हुई है. इसलिए विदेश से आने वाले छोटे और घरेलू चार्टर्ड प्लेन वाराणसी और लखनऊ में ही उतारे जाएंगे. इसके बाद मेहमान वाराणसी से अयोध्या के लिए रवाना होंगे, क्योंकि अयोध्या एयरपोर्ट छोटा है, इसलिए वहां विमान पार्किंग की व्यवस्था कम है. वहां प्रधानमंत्री और किसी अन्य देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष के विमान को ही खड़े करने की तैयारी की गई है. ऐसे में अन्य विमान को लखनऊ वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज की एयरपोर्ट पर ही भेजा जाएगा. एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता का कहना है कि विमान के सुरक्षित लैंडिंग और टेक ऑफ में वाराणसी एटीसी की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहेगी, क्योंकि अयोध्या एटीसी की रेंज कम है. इसलिए अयोध्या और गोरखपुर एयरपोर्ट को वाराणसी एटीसी के निर्देश पर कार्य करना होगा. 12 चार्टर्ड विमान वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरेंगे.

वाराणसी : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसकी तैयारियां जोर-जोर से चल रहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बड़ी संख्या में वीआईपी और तमाम लोग रामनगरी पहुंचेंगे. अयोध्या में नए एयरपोर्ट के अलावा लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट को भी फ्लाइटों के लिए तैयार किया गया है. वाराणसी एयरपोर्ट पर भी कई विमान पार्क किए जाएंगे. बाबतपुर स्थित लालबहादुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक साथ 12 विमान खड़े होंगे. इसके अलावा पूर्वांचल के ही आजमगढ़ एयरपोर्ट पर भी जरूरत पड़ने पर विमान को पार्क करने की तैयारी है. कुछ हेलीकॉप्टर आजमगढ़ एयरपोर्ट पर खड़े करने के निर्देश दिए गए हैं.

अयोध्या राममंंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अनुष्ठान शुरू हो चुका है. वाराणसी एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर 100 से ज्यादा विमान और लगभग 15 से ज्यादा हेलीकॉप्टर आने वाले हैं. यह एक टेंटेटिव (अंदाजा) आंकड़ा है. इसे लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और संबंधित मंत्रालय ने मिलकर प्लान तैयार किया है. वाराणसी, लखनऊ, कुशीनगर, आजमगढ़, प्रयागराज कुछ ऐसे सेंटर हैं, जहां पर इन विमानों को खड़ा करने की तैयारी है. क्षमता के अनुरूप ही हर जगह एक नियमित संख्या में ही विमान को खड़ा किया जा सकता है. इसलिए वाराणसी एयरपोर्ट पर भी 12 विमान खड़े करने की तैयारी की गई है. यहां हैंगर में विशिष्ट मेहमानों के विमानों को खड़े करने के अलावा घरेलू चार्टर्ड विमानों को वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंड करवाने की तैयारी की जा रही है.

अयोध्या एयरपोर्ट पर कस्टम और इमीग्रेशन की व्यवस्था अभी शुरू नहीं हुई है. इसलिए विदेश से आने वाले छोटे और घरेलू चार्टर्ड प्लेन वाराणसी और लखनऊ में ही उतारे जाएंगे. इसके बाद मेहमान वाराणसी से अयोध्या के लिए रवाना होंगे, क्योंकि अयोध्या एयरपोर्ट छोटा है, इसलिए वहां विमान पार्किंग की व्यवस्था कम है. वहां प्रधानमंत्री और किसी अन्य देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष के विमान को ही खड़े करने की तैयारी की गई है. ऐसे में अन्य विमान को लखनऊ वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज की एयरपोर्ट पर ही भेजा जाएगा. एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता का कहना है कि विमान के सुरक्षित लैंडिंग और टेक ऑफ में वाराणसी एटीसी की भूमिका भी महत्वपूर्ण रहेगी, क्योंकि अयोध्या एटीसी की रेंज कम है. इसलिए अयोध्या और गोरखपुर एयरपोर्ट को वाराणसी एटीसी के निर्देश पर कार्य करना होगा. 12 चार्टर्ड विमान वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरेंगे.

यह भी पढ़ें : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा; अनुष्ठान का आज दूसरा दिन, भ्रमण के बाद आज परिसर में प्रवेश करेंगे रामलला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.