वाराणसी: रामलला के मंदिर के लोकार्पण की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. ऐसे में पर्यटन के क्षेत्र में रामलला की धूम नजर आ रही है. इसी के तहत भगवान राम के जीवन के बारे में लोगों को बताने के लिए एक अनोखा टूरिज्म पैकेज तैयार किया गया है, जिसका नाम 'राम फुट प्रिंट' दिया गया है. इसके तहत भगवान राम के पांव जहां-जहां पड़े, वहां-वहां पर्यटकों को घुमाया जाएगा.
खास बात यह है कि इस पैकेज की खासा डिमांड भी देखी जा रही है. पर्यटकों की डिमांड के बाद इस तरह के टूर पैकेज को तैयार किया जा रहा है. इस टूर में कुल 14 दिन का समय लगने वाला है. ऐसे में इसे और भी आकर्षक ढंग से तैयार किया जा रहा है.
भगवान शिव की नगरी काशी में कॉरिडोर बनने के बाद बीते दो साल में जिस तरीके से श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, वह कमाल की है. इससे पहले ऐसा कभी भी काशी के लोगों ने नहीं देखा था. रोजाना लगभग 2 से 3 लाख की संख्या में पर्यटक काशी में आ रहे हैं. इसी कड़ी में अब भगवान शिव के आराध्य भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या भी जुड़ने जा रही है. काशी से लेकर अयोध्या और वहां से फिर उन जगहों का एक टूर पैकेज तैयार किया जा रहा है, जिससे लोगों को उन स्थानों का भ्रमण कराया जा सके, जहां-जहां भगवान राम के चरण पड़े थे. राम मंदिर उद्घाटन से पहले ही इसकी काफी डिमांड है.
तैयार हो रहा 'राम फुट प्रिंट' का प्लानः स्प्रिचुअल टूर के डायरेक्टर संतोष सिंह बताते हैं कि, हमने रामायण सेक्टर निकालने का एक नया टूर प्लान किया है, जिसका नाम है 'राम फुट प्रिंट'. यह पहले भी था, लेकिन अब पॉपुलर हो रहा है. इसमें भगवान श्री राम जन्म से लेकर वनवास और फिर से अयोध्या नगरी आने तक कहां-कहां गए और कहां-कहां रुके थे. इस पर हम लोग टूर प्लान तैयार कर रहे हैं जो कम से कम 14-15 दिन का बन रहा है. जिसका प्रति व्यक्ति फेयर 50 हजार रुपए से ज्यादा है. इसमें सबसे पहले अयोध्या, सरयू नदी, ऋंगेरपुर, प्रयागराज, चित्रकूट इन सभी जगहों को हम लोग जोड़ रहे हैं. जो छोटे-छोटे स्थान हैं उन सभी को भी हम लोग प्रमोट करने जा रहे हैं.
रामायण सेक्टर पर फोकस कर रहे पर्यटकः उन्होंने बताया कि, अधिकतम गेस्ट रामायण सेक्टर पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं. क्योंकि रामायण सेक्टर एमपी, यूपी और साउथ इंडिया तक जाता है. इसमें कुल 14 दिन का टूर बन रहा है. इसमें हर जगह टूरिस्ट घूम भी रहे हैं. रामायण सेक्टर के लिए लोग अभी भी जानकारी ले रहे हैं. 22 जनवरी से भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का काम शुरू हो जाएगा. इसके बाद मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा. अब जितने भी टूरिस्ट आ रहे हैं उनके मन में जिज्ञासा ये बढ़ रही है कि जहां-जहां भगवान श्री राम गए थे, वहां-वहां का टूर पैकेज बनाया जाए. ऐसे में हम इस तरह का पैकेज बना रहे हैं जिसमें रात के समय का पैकेज बढ़ जाए.
साउथ इंडिया को भी पैकेज में करेंगे शामिलः स्प्रिचुअल टूर के डायरेक्टर संतोष सिंह बताते हैं कि, हम पैकेज में उन जगहों को भी शामिल रहे हैं, जहां-जहां भगवान राम के चरण पड़े थे. साउथ इंडिया, पुणे, मुंबई इन सब जगहों को भी बम टूर पैकेज में शामिल कर रहे हैं. बता दें कि इससे पहले टूर ऑपरेटर्स ने एक और पैकेज की शुरुआत की थी. इस पैकेज में काशी से अयोध्या और फिर वहां से प्रयाराज जाने का प्लान था. प्रयागराज से फिर वापस पर्यटकों को बनारस लाने का प्लान इसमें शामिल है. मगर टूर ऑपरेटर्स का कहना है कि अयोध्या में होटलों का चार्ज काफी अधिक पड़ जा रहा है, जिसे टूरिस्ट खर्च करने में पीछे हट रहे हैं. ऐसे में अब काशी से अयोध्या और उसी दिन प्रयागराज जाने का प्लान तैयार किया गया है.
काशी-अयोध्या-प्रयागराज घुमाने का प्लानः रामलला के दर्शन के लिए यह बुकिंग लगातार बढ़ती जा रही है. पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए वाराणसी के टूर ऑपरेटर्स ने एक नया प्लान तैयार किया है. काशी से अयोध्या का एक नया टूर पैकेज प्लान बनाया है. इसके तहत यात्री वाराणसी में स्टे लेने के साथ अयोध्या का दीदार कर सकते हैं. यह प्लान 2 रात, 3 दिन का होगा. इसमें लोगों को काशी, प्रयागराज, अयोध्या घुमाया जाएगा. मिनिमम पैकेज दो लोग को लेकर अगर चलते हैं तो इसमें अभी वाराणसी और अयोध्या की बात करते हैं. इसमें 2 रात और 3 दिन का एक पैकेज है. इसमें कम से कम 8,000 रुपये प्रति व्यक्ति का खर्चा आता है. इसमें एक रात अयोध्या और एक रात वाराणसी के लिए है.